Weather News Today: राजधानी में आग उगलेगा सूरज, लू कर देगी हालत खराब, कहां-कहां होगी प्रचंड गर्मी, पढ़ें IMD का पूरी फोरकास्ट
Weather News 9 April: अधिकारियों ने दिल्लीवासियों को जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि कम से कम 9 अप्रैल तक ऐसी ही गर्मी जारी रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मौजूदा येलो अलर्ट को दो और दिनों के लिए बढ़ा दिया है और राजधानी में भीषण गर्मी जारी रहने की चेतावनी दी है
Weather News Today: राजधानी में आग उगलेगा सूरज, लू कर देगी हालत खराब, कहां-कहां होगी प्रचंड गर्मी, पढ़ें IMD का पूरी फोरकास्ट
उत्तर भारत के बड़े हिस्से में सोमवार को भीषण गर्मी का प्रकोप रहा, जो इस मौसम की पहली प्रचंड गर्मी थी। कई राज्यों में ज्यादा तापमान दर्ज किया गया। पश्चिमी राजस्थान में भीषण गर्मी का असर देखने को मिला, जहां कई जगहों पर भीषण लू चली। पूर्वी राजस्थान, सौराष्ट्र और गुजरात के कच्छ के कुछ इलाकों में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई। राष्ट्रीय राजधानी भी इस दौड़ में शामिल हो गई, जहां इसके तीन बड़े मौसम केंद्रों - सफदरजंग, रिज और आयानगर - ने इस साल पहली बार आधिकारिक तौर पर हीटवेव दर्ज की और अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
अधिकारियों ने दिल्लीवासियों को जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि कम से कम 9 अप्रैल तक ऐसी ही गर्मी जारी रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मौजूदा येलो अलर्ट को दो और दिनों के लिए बढ़ा दिया है और राजधानी में भीषण गर्मी जारी रहने की चेतावनी दी है।
पूरे हफ्ते के लिए दिल्ली का वेदर फोरकास्ट
IMD ने 6 से 10 अप्रैल तक आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है। अधिकतम तापमान धीरे-धीरे बढ़कर 41 डिग्री सेल्सियस और हफ्ते के बीच तक 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 8 और 9 अप्रैल को राजधानी में हीटवेव के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
येलो अलर्ट का क्या मतलब है?
जब IMD हीटवेव के लिए येलो अलर्ट जारी करता है, तो यह संकेत देता है कि गर्मी मध्यम होगी और ज्यादातर लोग उसे सहन कर पाएंगे। हालांकि, छोटे बच्चों, बुजुर्गों या पुरानी बीमारियों वाले लोगों सहित कमजोर लोगों के लिए स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्या आ सकती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे:
- गर्मी से बचें
- हल्के कपड़े पहनें
- हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनें
- धूप में बाहर जाते समय अपने सिर को कपड़े या छाते से ढक लें
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और लद्दाख के बड़े हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस से 8 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा रहा।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों में भी तापमान में भारी अंतर दर्ज किया गया। गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ सबसे ज्यादा प्रभावित रहे, जहां पारा सीजनल एवरेज से ऊपर चला गया।
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक सहित देश के दूसरे हिस्सों में सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान दर्ज किया गया।
कुछ पूर्वी और दक्षिणी इलाके - जैसे बिहार, गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु, उम्मीद के मुताबिक, ठंडे रहे, जहां तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस से 2 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। देश के बाकी हिस्सों में लगभग सामान्य स्थिति रही।
मौसम विभाग के पूर्वानुमानों से यह भी संकेत मिलता है कि राहत की संभावना है। दिल्ली समेत पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में 10 अप्रैल से तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने की उम्मीद है। तब तक, सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों के लिए हीटवेव की एडवाइजरी जारी रहेगी।
कैसी थी पिछले साल गर्मी?
2024 में भारत ने 28 मई को पश्चिमी राजस्थान के चुरू शहर में 50.5 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ अपना सबसे गर्म दिन दर्ज किया। तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1 मार्च से 20 जून के बीच हीटवेव के कारण 143 मौतों की जानकारी दी थी। हालांकि, इंडिपेंटेंड एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश में भीषण गर्मी के कारण होने वाली मौतों की गिनती कम है। हीट वॉच 2024 की रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च से जून 2024 के बीच 17 राज्यों में हीटस्ट्रोक के कारण 733 मौतें हुईं।
IMD के DG मृत्युंजय महापात्रा ने 7 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस साल उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे राज्यों में 10 से 11 दिन तक लू चल सकती है।
उन्होंने कहा, "अप्रैल से जून तक उत्तर और पूर्वी भारत, मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से दो से चार दिन ज्यादा गर्म हवाएं चलने की आशंका है।"