बरसात का मौसम आते ही जहां चारों ओर हरियाली और ताजगी फैल जाती है, वहीं ये समय कई परेशानियां भी लेकर आता है। बारिश के दिनों में घर के आस-पास और अंदर की नमी बढ़ने लगती है, जिससे कीड़े-मकोड़ों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। मच्छर, मकड़ी, कॉकरोच, यहां तक कि सांप भी इस मौसम में आम हो जाते हैं। लेकिन एक जीव ऐसा है, जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं कनखजूरा। देखने में छोटा और साधारण लगने वाला ये जीव बरसात के मौसम में घर में आसानी से घुस आता है और इसका डंक कई बार खतरनाक साबित हो सकता है।
लोगों के मन में सवाल उठता है कि क्या कनखजूरा जहरीला होता है? क्या ये सांप की तरह जानलेवा हो सकता है? और अगर ये काट ले तो क्या करना चाहिए? इन सभी सवालों के जवाब जानना जरूरी है, ताकि आप इस मौसम में सुरक्षित रह सकें।
क्या कनखजूरा जहरीला होता है?
कई लोग ये मानते हैं कि कनखजूरा सिर्फ डराने वाला जीव है, लेकिन सच ये है कि यह जहरीला होता है। हालांकि इसका जहर सांप की तरह जानलेवा नहीं होता। कनखजूरे के जबड़ों से निकला जहर उसके शिकार को कमजोर करने के काम आता है। जब ये इंसान को काटता है तो ये जहर प्रभावित हिस्से में दर्द, जलन, लालिमा और सूजन पैदा कर सकता है। छोटे कनखजूरे का काटना मधुमक्खी के डंक जैसा दर्द दे सकता है, जबकि बड़े आकार का कनखजूरा ज्यादा तकलीफ पहुंचा सकता है।
काटने के बाद दिखने वाले लक्षण
कनखजूरे के काटने पर सबसे पहले त्वचा पर दो छोटे छेद जैसे निशान दिखाई देते हैं, जिनसे जहर अंदर प्रवेश करता है। इसके बाद आसपास की त्वचा लाल हो जाती है और सूजन आने लगती है। दर्द की तीव्रता इस बात पर निर्भर करती है कि कनखजूरे ने कितना जहर डाला है। कई मामलों में ये दर्द तेज हो सकता है और इसके साथ जी मिचलाना, बुखार और दिल की धड़कन बढ़ने जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। ये परेशानी कई घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकती है।
कनखजूरा काट ले तो क्या करें
अगर आपको ये साफ दिखाई दे कि कनखजूरे ने काटा है, तो तुरंत उस जगह पर गर्म सिकाई करें। गर्माहट जहर के असर को कम कर देती है और दर्द को भी नियंत्रित करती है। घाव को गर्म पानी में डुबोकर रखना भी फायदेमंद होता है। अगर सूजन ज्यादा हो तो बर्फ की सिकाई की जा सकती है। दर्द और एलर्जी कम करने के लिए डॉक्टर की सलाह से दवाइयों का इस्तेमाल जरूरी है। घाव को साफ और ढका हुआ रखना संक्रमण से बचाता है। अगर लक्षण ज्यादा बढ़ जाएं या लंबे समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से तुरंत जांच करवानी चाहिए।
बरसात में बचाव ही सबसे बड़ा उपाय
बरसात के मौसम में घर को हमेशा साफ और सूखा रखना बेहद जरूरी है। नमी और गंदगी की वजह से कीड़े-मकोड़े ज्यादा आते हैं। सोने के लिए मच्छरदानी या नेट का उपयोग करें और फर्श पर सीधे न सोएं। घर के कोनों में समय-समय पर कीटनाशक स्प्रे करने से भी इन जीवों की संख्या कम की जा सकती है। सही समय पर सतर्क रहकर और काटने के बाद तुरंत इलाज करके आप कनखजूरे जैसे जीवों के खतरे से बच सकते हैं।