नवरात्र के दौरान खाने-पीने की थाली सिर्फ पेट भरने का माध्यम नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और संस्कृति की जीवंत कहानियों से भरी होती है। इस पावन त्योहार में रोजाना के अनाज और मसाले हटाकर सात्विक पकवानों को प्राथमिकता दी जाती है, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ मन और आत्मा को भी पोषण देते हैं।