बारिश जहां एक तरफ गर्मी से राहत देती है, वहीं दूसरी तरफ घर के अंदर कई समस्याएं भी पैदा कर देती है। इनमें सबसे आम और परेशान करने वाली दिक्कत है – दीवारों में सीलन और उससे आने वाली तेज बदबू। ये न केवल पूरे घर का माहौल खराब करती है, बल्कि कई बार लोगों की सेहत पर भी असर डालती है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर। सीलन की वजह से फंगल इंफेक्शन, सांस संबंधी समस्याएं और मच्छरों का खतरा भी बढ़ जाता है। वहीं, कई लोग इसे वास्तु दोष या नकारात्मक ऊर्जा से भी जोड़कर देखते हैं।
अगर आप भी मानसून में इस दुर्गंध से परेशान हैं और हर साल यही झेलते हैं, तो अब समय है स्मार्ट और देसी उपाय अपनाने का। कुछ घरेलू नुस्खे और छोटे बदलाव आपकी इस बड़ी परेशानी को जड़ से खत्म कर सकते हैं। आइए जानें कुछ असरदार टिप्स, जो घर को फिर से ताजा और महकता बना देंगे।
सीलन की सबसे बड़ी वजह होती है – बंद कमरे और वेंटिलेशन की कमी। कोशिश करें कि घर की खिड़कियां दिनभर खुली रहें और पंखा लगातार चलता रहे। एग्जॉस्ट फैन चलाना न भूलें, खासकर किचन और बाथरूम में। इससे घर की नमी कम होगी और बदबू भी नहीं रुकेगी।
अगर किसी कमरे में सीलन की बदबू बहुत तेज है, तो वहां एक दीया जलाकर उसमें कपूर और एक लौंग डालें। कुछ ही मिनटों में बदबू दूर हो जाएगी और कमरे में एक हल्की सुगंध भी फैल जाएगी।
केमिकल वाले रूम फ्रेशनर की बजाय आप प्राकृतिक उपाय अपनाएं। लैवेंडर ऑयल, नींबू घास (लेमन ग्रास) और गुलाब जल को पानी में मिलाकर स्प्रे करें। ये मिश्रण न केवल सीलन की बदबू दूर करेगा बल्कि वातावरण को भी ताजगी से भर देगा।
सीलन वाली जगहों पर हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी का घोल छिड़कें। ये बैक्टीरिया को मारकर बदबू को खत्म कर देता है। ध्यान रहे कि छिड़काव करने के बाद खिड़की दरवाजे कुछ देर खुले रखें।
बेकिंग सोडा और सिरका को मिलाकर एक स्प्रे बोतल में भरें और समय-समय पर सीलन वाली दीवारों पर स्प्रे करें। ये नमी को सोख लेता है और बदबू को खत्म करता है।
घर में सबसे ज्यादा सीलन किचन और बाथरूम में होती है। इन्हें रोजाना साफ करें और फर्श को सूखा रखें। नाले या पाइपलाइन में सफाई रखें ताकि फंगस या सीलन की समस्या न हो।