अंडा हमारे भोजन का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना जांचे अंडा खाना कितना खतरनाक हो सकता है? रोजाना कई लोग अंडे की ताजगी पर ध्यान नहीं देते और गलती से खराब अंडा खा लेते हैं। इसके परिणामस्वरूप पेट में दर्द, उल्टी, दस्त और यहां तक कि गंभीर फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए ये जोखिम और भी बढ़ जाता है। अच्छी खबर ये है कि अंडे की ताजगी घर पर ही आसानी से चेक की जा सकती है।
पानी में डालकर देखें, अंडा फोड़कर जर्दी और सफेदी का रंग जांचें, हल्का हिलाकर आवाज सुनें या उसकी गंध महसूस करें। ये छोटे-छोटे संकेत बताते हैं कि अंडा पूरी तरह ताजा और सुरक्षित है या इसका सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए खतरे वाला हो सकता है।
अंडे की ताजगी जानने का सबसे आसान तरीका है पानी टेस्ट। इसके लिए एक कटोरे या पतीले में पानी भरें और उसमें अंडा डालें। अगर अंडा पूरी तरह डूब जाए तो समझ जाइए कि ये बिल्कुल फ्रेश है। अगर अंडा खड़ा हो जाए तो यह थोड़ा पुराना हो चुका है, लेकिन फिर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं अगर अंडा पानी की सतह पर तैरने लगे, तो यह पूरी तरह खराब है और तुरंत फेंक देना चाहिए।
अंडा फोड़कर उसकी जर्दी और सफेदी का रंग भी ताजगी का संकेत देता है। अगर जर्दी में लाल धब्बे, काले या हरे रंग के निशान दिखें, तो ये खराब अंडा है और इसे बिल्कुल न खाएं। दूसरी ओर, अगर जर्दी का रंग सामान्य है और सफेदी साफ और गाढ़ी दिखाई दे रही है, तो ये अंडा सुरक्षित है और खाने लायक है।
अंडे की गंध से भी उसकी क्वालिटी का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके लिए अंडे को फोड़कर सूंघें। अगर उसमें से तेज बदबू या अजीब सी गंध आए, तो ये साफ संकेत है कि अंडा खराब हो चुका है। वहीं ताजे अंडे में कोई भी बदबू नहीं होती, इसलिए ऐसे अंडों का सेवन पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
शेक टेस्ट एक और आसान तरीका है। अंडे को कान के पास रखकर हल्का-सा हिलाएं। अगर उसमें से पानी जैसी आवाज आए, तो यह अंडा खराब हो चुका है। वहीं, ताजे अंडे को हिलाने पर कोई आवाज नहीं आती, क्योंकि उसकी सफेदी और जर्दी अंदर से गाढ़ी और टाइट होती है।
अंडे की ताजगी क्यों जरूरी है
अक्सर लोग अंडे खरीदकर फ्रिज में कई दिन रख देते हैं और एक्सपायरी डेट देखे बिना इस्तेमाल कर लेते हैं। खराब अंडा खाने से पेट की परेशानी, उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यही कारण है कि एक्सपर्ट्स हमेशा सलाह देते हैं कि अंडा खाने से पहले पानी टेस्ट, जर्दी और सफेदी, गंध और शेक टेस्ट के जरिए उसकी ताजगी जरूर जांचें।