आजकल बाजार में मिलावटी लहसुन तेजी से फैल रहा है, जो दिखने में तो असली जैसा लगता है, लेकिन इसके सेवन से स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। नकली लहसुन सिर्फ फूड पॉयजनिंग का कारण नहीं बनता, बल्कि पेट और पाचन संबंधी कई परेशानियों को भी जन्म दे सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि असली लहसुन का ही इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि भोजन स्वादिष्ट होने के साथ सुरक्षित भी रहे। असली लहसुन न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, संक्रमण से बचाव करता है और शरीर को रोगों से लड़ने में मदद करता है। घर पर आसान तरीकों से आप लहसुन की असली और नकली पहचान कर सकते हैं। इस प्रकार, सही लहसुन का चुनाव करना आपकी सेहत और खाने की गुणवत्ता दोनों के लिए बेहद जरूरी है।
असली लहसुन पहचानने के आसान घरेलू तरीके
असली लहसुन पहचानने के लिए महंगे उपकरण या रासायनिक टेस्ट की जरूरत नहीं। आप घर पर ही कुछ आसान उपाय अपनाकर ये पता लगा सकते हैं कि आपके घर में इस्तेमाल होने वाला लहसुन असली है या नकली।
असली लहसुन का छिलका पतला, सूखा और कागज जैसा होता है, जिसे आसानी से हटाया जा सकता है। अगर छिलका चमकदार, चिकना या रंगीन लगे, तो ये नकली हो सकता है। नकली लहसुन अक्सर बाहरी परत से कोट किया होता है, जो दिखने में आकर्षक लगता है लेकिन असली नहीं होता।
असली लहसुन की कलियां एक-दूसरे से मजबूती से सटी होती हैं और भीतर से ठोस होती हैं। कट करने पर लेयर साफ दिखती है। जबकि नकली या खराब लहसुन नरम, गीला या सड़ा हुआ महसूस होता है।
खुशबू और स्वाद से पहचानें
असली लहसुन हल्का दबाने पर तीखी, मसालेदार खुशबू छोड़ता है। नकली लहसुन में या तो गंध बहुत हल्की होती है या रासायनिक जैसी महसूस होती है। जीभ पर हल्की जलन और तीखा स्वाद भी असली लहसुन की पहचान है।
सबसे आसान तरीका है वॉटर टेस्ट। लहसुन की कलियां पानी में डालें। असली लहसुन वजन में भारी होने के कारण डूब जाता है, जबकि नकली तैरता है। असली लहसुन का अंदरूनी रंग सफेद से हल्का पीला होता है। अगर कलियां हरी, काली या भूरी दिखें, तो यह नकली हो सकता है।