भारत में रोटी केवल एक साधारण भोजन नहीं बल्कि भारतीय खानपान की आत्मा का हिस्सा है। हालांकि गेहूं की रोटी सबसे आम है, लेकिन देशभर में रोटी की कई वैराइटीज मिलती हैं, जो स्वाद और बनावट में एक-दूसरे से बिलकुल अलग होती हैं। विदेशी लोग भी भारतीय रोटियों के स्वाद के दीवाने हैं, खासकर नान और तंदूरी रोटी, जो पनीर, चिकन और सब्जियों के साथ परोसी जाती हैं। नान और तंदूरी रोटी केवल स्वाद में ही नहीं, बल्कि उनकी बनावट और बनाने के तरीके में भी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। नान नरम, फुली और हल्की मीठी होती है, जबकि तंदूरी रोटी हल्की कुरकुरी और घी या तेल की वजह से स्वादिष्ट बनती है।
इन दोनों रोटियों का सही मिश्रण किसी भी खाने को खास बना देता है। आइए जानते हैं कि आखिर नान और तंदूरी रोटी में क्या मुख्य अंतर है और किस तरह इन्हें सर्व करना सबसे बेहतरीन रहता है।
नान एक यीस्ट ब्रेड है, जो मैदा, पानी और यीस्ट से तैयार होती है। इसे तवे या नान स्टिक पैन में पकाया जाता है। नान की खासियत इसकी नरम और फुली बनावट है। इसे अक्सर बटर चिकन, तंदूरी चिकन या सब्जियों के साथ सर्व किया जाता है। नान का स्वाद और इसकी मुलायम बनावट इसे खास बनाती है।
तंदूरी रोटी गेहूं के आटे से बनाई जाती है और पारंपरिक तंदूर में पकाई जाती है। इसमें थोड़ा सा घी या तेल मिलाया जाता है, जिससे ये हल्की कुरकुरी और नरम बनती है। तंदूरी रोटी को आमतौर पर मलाई मटर, तंदूरी चिकन और अन्य सब्जियों के साथ परोसा जाता है।
नान और तंदूरी रोटी में मुख्य अंतर
सामग्री और तैयारी: नान में यीस्ट होता है, जबकि तंदूरी रोटी सिर्फ आटे से बनती है।
बनावट: नान नरम और फुली हुई होती है, तंदूरी रोटी थोड़ी कुरकुरी और हल्की नरम।
स्वाद और सर्विंग: दोनों ही स्वाद में लाजवाब हैं और मांस या सब्जियों के साथ अच्छी तरह मेल खाते हैं।
नान और तंदूरी रोटी की ये तुलना बताती है कि कैसे सामग्री और पकाने के तरीके एक ही तरह की रोटी को अलग बनावट और स्वाद दे सकते हैं। भारतीय खाने की विविधता में ये दोनों रोटियां हमेशा खास स्थान रखती हैं।