पुराने आलू को नया दिखाकर बेचने का खतरनाक तरीका अब आम हो गया है। प्रगतिशील युवा किसान सरदार जोधवीर सिंह कलेर के अनुसार, सस्ते और पुराने आलू को तेजाब या अमोनिया जैसे केमिकल में भिगोया जाता है। ये केमिकल आलू के मोटे और कठोर छिलके को मुलायम और पतला बना देता है, जिससे वो नया जैसा दिखने लगता है। इसके बाद आलू को मिट्टी और गेरुआ रंग के लेप से रगड़कर उसका लुक नया जैसा कर दिया जाता है। कुछ ही घंटों में ये पुराना आलू ऊंचे दाम पर बिकने के लिए तैयार हो जाता है।