कान में जमा होने वाली गंदगी या ईयरवैक्स कान की सुरक्षा करता है, लेकिन जब यह अत्यधिक बढ़ जाए तो कान बंद होने, खुजली, दर्द और सुनने में दिक्कत का कारण बन सकता है। सही तरीके से कान की सफाई करना बहुत जरूरी है, क्योंकि गलत सफाई से कान के पर्दे को नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू उपाय जो कान की सफाई में मददगार और सुरक्षित हैं।
ऑलिव ऑयल, नारियल तेल या बादाम तेल को हल्का गुनगुना करके ड्रॉपर की मदद से 2-3 बूंद कान में डालें। थोड़ी देर सिर को एक तरफ झुकाकर रखें, इससे वैक्स नरम हो जाती है और आसानी से बाहर निकल जाती है। तेल का इस्तेमाल हफ्ते में एक-दो बार ही करना चाहिए।
ग्लिसरीन कान की त्वचा को मॉइस्चराइज करता है और सूखी वैक्स को नरम बनाता है। बेबी ऑयल भी एक हल्का विकल्प है जिसे सीमित मात्रा में धीरे-धीरे इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कान की वक्ती ना टूटे।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड का इस्तेमाल सावधानी से
हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर कान में दो-तीन बूंदें डालें। इससे झाग बनता है जो गंदगी को ढीला करता है। लेकिन इसके अधिक उपयोग से जलन हो सकती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
गर्म पानी से भाप लेने से कान की गंदगी नरम होती है और बाहर निकलने में आसानी होती है। इसे सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका माना जाता है।
नमक और गुनगुने पानी का घोल
एक कप में गुनगुना पानी लेकर उसमें आधा चम्मच नमक मिलाएं। रुई की मदद से इस पानी की कुछ बूंदें कान में डालें और सिर को दूसरी ओर झुकाएं। इससे गंदगी बाहर निकलने लगती है।
सेब का सिरका एक नेचुरल एंटीसेप्टिक है जो संक्रमण से लड़ता है। इसे पानी के साथ मिलाकर कान में सावधानी से डालने से वैक्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
कान के बाहर हल्का गर्म कपड़ा सेकना भी वैक्स नरम करता है और कान को साफ रखने में सहायक होता है।
कान की सफाई के लिए सही और सावधानीपूर्वक तरीके अपनाना जरूरी है ताकि कान की रोशनी ना कम हो और संक्रमण से बचा जा सके। घरेलू उपचारों के अलावा यदि समस्या बनी रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अपने कानों की सुरक्षा करें और स्वस्थ सुनने का आनंद लें।