World Meditation Day: आज 21 दिसंबर 2025 को पूरी दुनिया वर्ल्ड मेडिटेशन डे मना रही है। ऐसे समय में यह सवाल सबसे अहम हो जाता है कि आखिर मेडिटेशन की जरूरत पहले से ज्यादा क्यों महसूस हो रही है। भागती हुई जिंदगी, बढ़ता काम का दबाव, नौकरी की अनिश्चितता और बढ़ते कंपिटिशन की दौड़ ने युवाओं और कॉर्पोरेट कर्मचारियों को मानसिक रूप से थका दिया है। स्ट्रेस और एंजायटी अब सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि आम समस्या बन चुकी है।
अपनी मन कि शक्ति बढ़ाने पर करें काम
यूथ, कॉरोपेरेट-सरकारी कर्मचारियों के बीच बढ़ते स्ट्रेस, डिप्रेशन के बारे में ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशक बीके आशा दीदी ने कहा कि आज लोग अपने काम यानी कर्म पर तो पूरा ध्यान दे रहे हैं, लेकिन करने वाले यानी खुद पर ध्यान देना भूल गए हैं। अच्छी जॉब, बेहतर परफॉर्मेंस और आगे बढ़ने की दौड़ में इंसान यह नहीं देख पा रहा कि वह अंदर से कैसा महसूस कर रहा है। यही वजह है कि मेहनत के बावजूद खुशी और संतोष नहीं मिल पा रहा। ऐसे मे अपनी शक्ति को बढ़ाने के लिए मेडिटेशन की जरूरत सबसे ज्यादा है।
मेडिटेशन कैसे करता है मदद?
यह मेडिटेशन किसी मुश्किल योग या घंटों की प्रैक्टिस पर आधारित नहीं है। इसमें इंसान कुछ मिनट शांति से बैठकर अपने विचारों को समझता है और खुद से जुड़ने की कोशिश करता है। इस मेडिटेशन में व्यक्ति आराम से बैठकर आंखें बंद करके और खुद को एक शांत आत्मा के रूप में देखता है। इसके साथ ही परमात्मा को शक्ति और शांति के सोर्स के तौर पर याद करता है। माना जाता है कि इससे मन को पॉजिटिव ऊर्जा मिलती है और नकारात्मक सोच धीरे-धीरे कम होने लगती है। सुबह उठकर ये अफर्मेशन अपने को मेडिटेशन करते समय देनी है।
मेरा मन शांत और स्थिर हो रहा है।
मेरे अंदर पॉजिटिव ऊर्जा भर रही है।
मैं अपने मन की नकारात्मक बातें छोड़ रही हूँ।
हर सांस के साथ मैं हल्का और शांत महसूस कर रही हूँ।
मैं सुरक्षित हूं, मेरा मन और बुद्धि साफ हो रही है।
मेडिटेशन का असर सिर्फ मन तक सीमित नहीं रहता। इससे ऑफिस में फोकस बेहतर होता है, काम का दबाव कम लगता है और रिश्तों में भी संतुलन आता है। जो एंजायटी और बेचैनी पहले दिनभर बनी रहती थी, उसमें धीरे-धीरे कमी आने लगती है।
World Meditation Day के मौके पर आप भी रोजाना 10–15 मिनट का मेडिटेशन करें। इससे आपकी मानसिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा। जब इंसान खुद को समझने लगता है, तो काम भी बेहतर होता है और जिंदगी ज्यादा बैलेंस और सुकूनभरी महसूस होने लगती है।