Mahakumbh 2025: मोंटीना, रिमझिम, चेतक...महाकुंभ में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे मुरादाबाद के ये शानदार घोड़े

Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक लगेगा। महाकुंभ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए डाक्टर भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के 15 घोड़ों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी, इनके साथ 15 जवानों को भी तैनात किया जाएगा

अपडेटेड Dec 06, 2024 पर 3:52 PM
Story continues below Advertisement
Mahakumbh: महाकुंभ में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे मुरादाबाद के ये शानदार घोड़े

Prayagraj Mahakumbh 2025: सनातन धर्म के सबसे बड़े महापर्व में से एक महाकुंभ की तैयारियां प्रयागराज में जोर-शोर से चल रही हैं। करीब दो महिने के बाद महा कुंभ का आरंभ होने वाला है। बता दें कि हिन्दुओं के आस्था के इस महापर्व की शुरुआत पौष माह की पूर्णिमा से होगी और इसकी समाप्ति महाशिवरात्रि को होगी। यानी 13 जनवरी से शुरु होकर महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगी। वहीं 12 सालों के बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ में इस बार काफी कुछ अलग नजारा दिखेगा। बता दें कि इस बार महाकुंभ की सुरक्षा में भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के घोड़े महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में मुरादाबाद की डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के घोड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए माउंटेन पुलिस के 15 घोड़ों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इनमें मोंटीना, रिमझिम, चेतक जैसे शानदार घोड़े शामिल हैं। इनके साथ 15 पुलिस जवान भी कुंभ में शामिल होगें।

सिक्योरिटी संभालेंगे मुरादाबाद के घोड़े


इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए अकादमी के एएसपी महेंद्र कुमार ने बताया कि, 'घुड़सवार पुलिसकर्मी पैदल गश्त कर रहे पुलिस वालों की तुलना में अधिक कारगर साबित होते हैं। घोड़े पर बैठने के कारण ये जवान ऊंचाई से अधिक दूरी तक नजर रख सकते हैं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पहचान कर ये न सिर्फ खुद बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों को भी स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए सूचित कर सकते हैं। घुड़सवार पुलिस का एक मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी होता है, जिससे कम बल लगाकर अधिक भीड़ को नियंत्रित किया जा सकता है।'

40 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद

अकादमी से 15 घोड़ों और उनके घुड़सवार जवानों को 12 जनवरी को कुंभ के लिए रवाना किया जाएगा। ये प्रशिक्षित जवान मेला प्रारंभ होने से पहले पूरे क्षेत्र का भ्रमण करेंगे ताकि उन्हें इलाके की पूरी जानकारी हो जाए। महाकुंभ के दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रयागराज आने की संभावना है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इस भीड़ प्रबंधन के लिए घोड़ों का उपयोग एक अनूठा और प्रभावी तरीका होगा।

Mahakumbh Mela 2025 Date: पौष पूर्णिमा से शुरू होगा महाकुंभ मेला, जानें कब-कब हैं शाही स्नान

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Dec 06, 2024 3:25 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।