Mulank 5 Predictions 2025: जिस भी जातक का जन्म किसी भी वर्ष और माह की 05, 14, या 23 तारीख को हुआ हैं, उनका मूलांक 05 होता है। इसका स्वामी ग्रह बुध है, जो वाणी और बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है। ये जातक अक्सर उच्च प्रशासनिक, न्यायिक, और राजनीतिक सेवाओं में महत्वपूर्ण पदों पर होते हैं। बुध के मित्र ग्रह शुक्र और शनि होते हैं। 2025 में, मंगल का प्रभाव इन पर प्रमुख रहेगा, जो उन्हें साहस और शक्ति का अनुभव कराएगा। वहीं मूलांक 5 वाले व्यक्ति किसी भी कार्य को योजना बनाकर करते हैं। आइए जानते हैं कैसा होगा मूलांक 5 वालों का साल 2025
साल 2025 में मूलांक 5 के लोगों को 14 फरवरी से 27 अप्रैल तक स्वास्थ्य में कुछ समस्याएं हो सकती हैं। 28 अप्रैल के बाद स्वास्थ्य में सुधार होने की उम्मीद है। इस दौरान त्वचा और हड्डियों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इस वर्ष आपको जॉब में तरक्की मिलेगी और विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। जून से अगस्त के बीच पदोन्नति या जॉब परिवर्तन के अवसर मिल सकते हैं। व्यवसाय में भी वृद्धि होगी और इस वर्ष कई स्रोतों से धन प्राप्त हो सकता है। मूलांक 5 वालों के लिए इस साल व्यापार में वृद्धि के अच्छे अवसर हैं। नए व्यापार की शुरुआत के लिए यह साल शुभ रहेगा।
इस वर्ष, 18 मई के बाद युवाओं को प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी और विवाह के रास्ते भी खुल सकते हैं। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा, लेकिन जनवरी से 15 मार्च तक कुछ विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। जीवन साथी के स्वास्थ्य के लिए सितम्बर से 16 अक्टूबर तक सतर्क रहना होगा। लव लाइफ में खुशी और संतुष्टि बनी रहेगी। साल 2025 में जीवनसाथी के साथ यात्रा करने का योग बनेगा।
मूलांक 5 का कैसा होगा आर्थिक जीवन
15 फरवरी तक कुछ परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन 15 अप्रैल के बाद धन प्राप्ति के अच्छे अवसर बनेंगे। सितम्बर के बाद आप जमीन या मकान खरीद सकते हैं, साथ ही वाहन खरीदने के भी संकेत हैं। इस वर्ष, आप स्वर्ण और हीरे के आभूषण भी खरीद सकते हैं। जनवरी से 15 अप्रैल तक धन का व्यय बना रहेगा।
क्या है मूलांक 5 का शुभ समय
शुभ समय मई से जून, अगस्त और नवम्बर के महीने में रहेगा। अक्टूबर से दिसम्बर तक का समय अत्यंत शुभ रहेगा। इस वर्ष मंगलमय स्थिति बनी रहेगी। प्रतिदिन श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें, हर बुधवार श्री गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और गाय को पालक या हरा चारा खिलाएं। मूंग का दान करें, गरीबों में वस्त्र और कम्बल बांटें। बुध, शुक्र और शनि के बीज मंत्रों का जाप करें और श्री गणेश की उपासना करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख की सामग्री पूरी तरह से ज्योतिषीय भविष्यवाणियों पर आधारित है। हम इसकी सत्यता और सटीकता का पूरी तरह दावा नहीं करते। यहां दी गई किसी भी जानकारी के आधार पर कोई वित्तीय, स्वास्थ्य या व्यावसायिक निर्णय लेने से पहले योग्य विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।