Accenture Layoff : मंदी की आशंका के बीच दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी Accenture भी अपने कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी ने आज 23 मार्च को कहा कि वह अपने 19000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। यह कंपनी के वर्कफोर्स के लगभग 2.5 फीसदी के बराबर है। Accenture ने इस छंटनी के लिए बिगड़ते ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक को जिम्मेदार ठहराया है।
Accenture ने कम किए रेवेन्यू और प्रॉफिट के अनुमान
इसके अलावा, कंपनी ने अपने एनुअल रेवेन्यू और प्रॉफिट से जुड़े अनुमानों को भी कम कर दिया है। माना जा रहा है कि Accenture ने ऐसा मंदी के चलते एंटरप्राइजेज द्वारा टेक्नोलॉजी बजट में कटौती की चिंताओं के चलते किया है। आईटी कंपनी को अब उम्मीद है कि लोकल करेंसी में एनुअल रेवेन्यू ग्रोथ 8 फीसदी से 10 फीसदी के बीच होगी, जबकि पहले यह 8 फीसदी से 11 फीसदी थी। तीसरी तिमाही के राजस्व के लिए कंपनी का पूर्वानुमान 16.1 अरब डॉलर और 16.7 अरब डॉलर के बीच है।
तीसरी तिमाही को लेकर ये हैं अनुमान
Accenture ने एक बयान में कहा, "एक्सेंचर को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में राजस्व 16.1 अरब डॉलर से 16.7 अरब डॉलर के बीच होगा, जो कि लोकल करेंसी में 3 फीसदी से 7 फीसदी की बढ़ोतरी है। यह वित्तीय वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही की तुलना में लगभग नेगेटिव 3.5 फीसदी फॉरेन एक्सचेंज इंपैक्ट की कंपनी की धारणा को दर्शाता है।"
दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा
इस बीच, आज 23 मार्च को एक्सेंचर ने 28 फरवरी 2023 को समाप्त वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की है। इस दौरान कंपनी का राजस्व 15.8 अरब डॉलर रहा। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अमेरिकी डॉलर में 5 फीसदी और लोकल करेंसी में 9 फीसदी अधिक है। तिमाही के लिए नई बुकिंग रिकॉर्ड 22.1 अरब डॉलर थी, जिसमें 10.7 अरब डॉलर की कंसल्टिंग बुकिंग और 11.4 अरब डॉलर की मैनेज्ड सर्विसेज की बुकिंग शामिल है।