स्टील कंपनी आर्सेलर मित्तल फ्रांस में करीब 600 नौकरियों में कटौती करने की योजना बना रही है। कंपनी यूरोपीय स्टील सेक्टर में संकट का सामना कर रही है। आर्सेलर मित्तल दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्टील मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, छंटनी से उत्तरी फ्रांस में कंपनी की 7 साइट प्रभावित होंगी। इनमें करीब 7,100 लोग काम करते हैं। नौकरियों में कटौती यूरोपीय स्टील उद्योग अमेरिका के नए 25 प्रतिशत के टैरिफ के दबाव में भी है। इस उद्योग पर छाए संकट के चलते आर्सेलर मित्तल नौकरियों में कटौती कर रही है।
ArcelorMittal S.A. यूरोप के लग्जमबर्ग में बेस्ड मल्टीनेशनल कंपनी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी में भारतीय मूल के लक्ष्मी मित्तल और उनके परिवार के पास 39.87 प्रतिशत हिस्सेदारी है। 56.20 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। लक्ष्मी मित्तल कंपनी में एग्जीक्यूटिव चेयरमैन हैं। आर्सेलर मित्तल का गठन 2007 में मित्तल स्टील कंपनी द्वारा आर्सेलर के 33 अरब डॉलर के अधिग्रहण से हुआ था।
31 दिसंबर 2024 तक 1,25,416 एंप्लॉयीज
आर्सेलर मित्तल 15 देशों में स्टील की मैन्युफैक्चरिंग करती है। इसके 129 देशों में कस्टमर हैं। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, 31 दिसंबर 2024 तक इसके 1,25,416 एंप्लॉयीज थे। कंपनी का रेवेन्यू साल 2024 में 62.44 अरब डॉलर रहा। ऑपरेटिंग इनकम 3.310 अरब डॉलर दर्ज की गई।
हाल ही में खबर आई थी कि Google रीस्ट्रक्चरिंग के एक और राउंड की योजना बना रही है। इससे भारत में बेंगलुरु और हैदराबाद में स्थित गूगल ऑफिस प्रभावित हो सकते हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि गूगल अपने हैदराबाद और बेंगलुरु ऑफिस में कुछ इंजीनियरिंग टैलेंट के रोल्स में फेरबदल कर सकती है। साथ ही कुछ कर्मचारियों को अभी नौकरी से निकालने के बजाय उन्हें अधिक रेवेन्यू जनरेट करने वाले प्रोजेक्ट्स में लगा सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह भी पता चला है कि भारत में एडवर्टाइजिंग, सेल्स और मार्केटिंग टीम के कुछ लोग छंटनी के नए राउंड से प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि गूगल ने भारत में प्लान्ड छंटनी को लेकर आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।