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Leena Nair : कभी Indra Nooyi को बढ़ाना पड़ा था कॉन्फिडेंस, अब लीना नायर बनी उनकी तरह ग्लोबल ब्रांड की CEO

शनैल की बॉस बनने के साथ, लीना नायर अब इंदिरा नूयी के बाद ग्लोबल सीईओ बनने वाली दूसरी भारतीय मूल की महिला बन गई हैं

अपडेटेड Dec 15, 2021 पर 11:44 AM
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इंदिरा नूयी को अपना दोस्त और मेंटर मानती हैं लीना नायर

Chanel CEO Leena Nair : शनैल की नई ग्लोबल सीईओ लीना नायर, पेप्सिको की पूर्व चीफ इंदिरा नूयी (Indra Nooyi) के बाद किसी इंटरनेशनल ब्रांड की ग्लोबल सीईओ बनने वाली दूसरी भारतीय मूल की महिला बन गई हैं। लेकिन आप यह जानकर हैरत में पड़ जाएंगे कि कभी इंदिरा नूयी को ही लीना नायर का कॉन्फिडेंस बढ़ाना पड़ा था और यही वजह है कि नायर उन्हें अपनी दोस्त के साथ-साथ मेंटर मानती हैं। फ्रांस के फैशन हाउस ने मंगलवार को नायर की शनैल की पहली भारतीय मूल की बॉस के रूप में नियुक्ति की घोषणा की थी।

इससे पहले, 52 वर्षीय लीना नायर यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे युवा चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर (सीएचआरओ) थीं।

नूयी की वजह से लौटा मेरा कॉन्फिडेंस : नायर

नायर ने अक्टूबर में दो कॉरपोरेट लीडर्स के बीच संवाद के दौरान नूयी की चर्चा होने पर कहा था, “मुझे उन्हें एक मेंटर और दोस्त कहने पर खासा गर्व का अहसास होता है।” नायर ने कहा, “आप सभी मुझे खासी कॉन्फिडेंट के रूप में जानते हैं। लेकिन, मैं आपको बताना चाहती हूं कि एक ऐसा वक्त था जब मुझे इंदिरा से पूछना पड़ा था कि क्या मैं पर्याप्त अच्छी हूं। उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और मैं उस स्थिति से उबर सकी। मेरा कॉन्फिडेंस वापस आया और उन्होंने मुझे सहारा दिया, जिसकी हम सभी को समय-समय पर जरूरत पड़ती है।”

इंदिरा नूयी 2006 में पेप्सिको की सीईओ बनने के साथ ऐसी दुर्लभ महिला और शख्सियत बन गई थी, जो कॉरपोरेट पावर में इतने ऊंचे पद पर पहुंची थीं। 2018 में हटने से पहले उन्होंने फूड और बेवेरेज कंपनी में 24 साल काम किया, जिनमें से 12 साल वह सीईओ रहीं।


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नूयी ने लीना नायर को बताया था शानदार एग्जीक्यूटिव

नायर के साथ बातचीत के दौरान, नूयी ने कहा था, “वह (Leena Nair) ऐसी हैं, जिन्हें मैं प्रभावशाली एग्जीक्यूटिव कह सकती हूं। वह शानदार हैं।”

नायर याद करते हुए बताती हैं कि कैसे नूयी तुरंत उनकी मेंटर बनने के लिए राजी हो गई थीं। शनैल की बॉस ने कहा, “मुझे याद है, मैंने उनसे संपर्क किया और कहा, इंदिरा, क्या आप मेरी मेंटर बनोगी? और उन्होंने कहा, हां। मैं कई दिन तक आश्चर्य में रही, सोचती रही कि क्या वास्तव में उन्होंने हां कहा।”

शनैल में नियुक्ति के साथ, नायर अब पराग अग्रवाल, सुंदर पिचई और सत्या नाडेला जैसे प्रमुख ग्लोबल कंपनियों के भारतीय मूल के एग्जीक्यूटिव्स की श्रेणी में शामिल हो गई हैं।

एचयूएल में ट्रेनी के रूप में की थी शुरुआत

नायर भारत के टॉप बी-स्कूल्स में से एक जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से गोल्ड मेडल के साथ ग्रेजुएशन करने के बाद 1992 में में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) से बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी जुड़ी थीं। उन्हें पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था।

लीना की स्कूली पढ़ाई महाराष्ट्र के कोल्हापुर से हुई, इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र के सांगली स्थित वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की।

उन्हें 1993 में लिप्टन (इंडिया) लिमिटेड में पर्सनल मैनेजर के तौर पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दौर में पश्चिम बंगाल, कोलकाता, तमिलनाडु के अंबत्तूर और महाराष्ट्र के तलोज में HUL की कई फैक्ट्रियों में काम किया।

1996 में HUL में उन्हें Employee Relations Manager के तौर पर नियुक्त किया गया था और 2000 में हिंदुस्तान इंडिया के एचआर मैनेजर के रूप में प्रमोट किया गया था।

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