Byju's के निवेशक बेचेंगे हिस्सेदारी, खोज रहे खरीदार, Facebook के Mark Zuckerberg कम कर सकते हैं अपनी होल्डिंग

Byju's holding on sale: एडुटेक प्लेटफॉर्म बायजू के निवेशक अपनी होल्डिंग बेचने के लिए खरीदार की तलाश कर रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजू के शुरुआती निवेशक लाइटस्पीड इनवेस्टमेंट पार्टनर्स (Lightspeed Investment Partners) और चान जुकरबर्ग (Chan Juckerberg) मुनाफा बुक करने के लिए पूरी या कुछ हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है

अपडेटेड Jan 10, 2023 पर 11:42 AM
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Byju's holding on sale: एडुटेक प्लेटफॉर्म बायजू के निवेशक अपनी होल्डिंग बेचने के लिए खरीदार की तलाश कर रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजू के शुरुआती निवेशक लाइटस्पीड इनवेस्टमेंट पार्टनर्स (Lightspeed Investment Partners) और चान जुकरबर्ग (Chan Juckerberg) मुनाफा बुक करने के लिए पूरी या कुछ हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इसके लिए इनवेस्टमेंट बैंकों की भी मदद ली जा रही है। बातचीत अभी शुरुआती चरण में है और फाइनल वैल्यूएशन पर फैसला होना अभी बाकी है। हालांकि यह सौदा आखिरी फंडिंग वैल्यूएशन के 25-30 फीसदी डिस्काउंट पर हो सकता है। मनीकंट्रोल इसके सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकता है।

वहीं दूसरी तरफ कंपनी ने इसे अफवाह बताते हुए कहा कि कोई भी निवेशक बाहर निकलने की तैयारी में नहीं है। चान जुकरबर्ग और लाइटस्पीड की बायजू में 2.4-2.4 फीसदी हिस्सेदारी है। चान जुकरबर्ग फेसबुक (Facebook) के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) और उसकी पत्नी प्रिशिली चान (Priscilla Chan) का पर्सनल फंड है।

खरीदार मिला तो भी फाउंडर को मिल सकती है हिस्सेदारी


थिंक एंड लर्न इनवेस्टर्स के साथ शेयर पर्चेज एग्रीमेंट्स में बायजू के फाउंडर बायजू रवींद्रन के पास फर्स्ट रिफ्यूजल का हक है। इसका मतलब है कि कंपनी के निवेशकों को अन्य लोगों से पहले उन्हें ही खरीदने का हक है। ऐसे में बायजू के जो निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए खरीदार खोज रहे हैं और यह मिल भी जाता है तो रवींद्रन उस भाव पर या उससे अधिक भाव पर खुद हिस्सेदारी खरीद सकते हैं। इससे बायजू अपने वैल्यूएशन को गिरने से रोक सकती है।

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रवींद्रन की बायजू में 25 फीसदी हिस्सेदारी है और पिछले हफ्ते उन्होंने इसे बढ़ाकर 40 फीसदी करने की इच्छा जताई थी। कुछ फाइनेंसर और इनवेस्टर्स रवींद्रन से बाचतीत कर रहे हैं ताकि मौजूदा निवेशकों की हिस्सेदारी को वापस खरीदने के लिए पैसे जुटाए जा सकें। अब अगर शेयर ट्रांसफर होता है तो कंपनी के बोर्ड से मंजूरी लेनी होगी। पिछले साल रवींद्रन ने नए शेयर खरीदने के लिए वैश्विक निवेशकों से 40 करोड़ डॉलर का फंड जुटाया था।

Byju's का कितना है वैल्यूएशन

अंतिम बार जब बायूज की वैल्यू आंकी गई थी तो यह 2200 करोड़ डॉलर थी। पिछले साल सितंबर में वित्त वर्ष 2021 के नतीजे का ऐलान करने के बाद रवींद्रन ने कहा कि उनके पास बायजू की सबसे अधिक हिस्सेदारी है और अगर अन्य निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचते हैं तो वह 1500 करोड़ डॉलर की वैल्यू पर इसे खरीद लेंगे। हालांकि अब बाजार की गिरावट में इसकी वैल्यू 1400 करोड़ डॉलर तक फिसल सकती है। बायजू में सीक्विया कैपिटल, जनरल अटलांटिक, लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स, कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी, आउल वेंचर्स, सीपीपीआईबी, टाइगर ग्लोबल, टेनसेंट, वर्लीइनवेस्ट और सोफिना की हिस्सेदारी है।

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