GST return : GST फ्रॉड और फेक इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम पर लगाम लगाने के लिए सरकार की बड़ी तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक GST रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को अगले साल से पूरी तरह से ऑटोमैटिक किया जा सकता है,यानि GSTR 3B में एडिट या बदलाव करने पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। पर ज्यादा डिटेल जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि सूत्र मुताबिक GST रिटर्न की प्रक्रिया में बड़े बदलाव होने वाले हैं। GSTR-3B फाइलिंग अगले वित्त वर्ष से पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी।
GSTR-3B में सेल्स टैक्स डिटेल की मैनुअल एडिटिंग पर लगेगी रोक
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक फेक ITC और GST फ्रॉड रोकने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। अब GSTR-3B में सेल्स टैक्स डिटेल की मैनुअल एडिटिंग पर रोक लगेगी। GSTR-1 का डाटा यानि बिक्री का आंकड़ा ही GSTR-3B में दिखेगा। इनपुट टैक्स क्रेडिट भी GSTR-3B के जरिए क्लेम नहीं कर सकेंगे। कारोबारी का ITC क्लेम सीधे GSTR-2B से ऑटोमैटिक क्रेडिट होगा। इसका मकसद फेक इनपुट टैक्स क्रेडिट रोकना है।
अभी तक कारोबारी मैन्युअली GSTR-3B में बदलाव करके गलत इनपुट टैक्स क्रेडिट दिखा देते थे। इस कमी की वजह से सरकार को अब तक 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। अब सरकार इस सिस्टम को पूरी तरह नियंत्रित और ऑटो-फिल्ड बनाने की तैयारी कर रही है।
पिछले कई सालों में कई फर्जी कंपनियों ने बिना किसी असली बिजनेस के सिर्फ इनवॉइस जारी करके फेक ITC क्लेम किया है। नए सिस्टम में फेक इनवॉइस डालकर इनपुट टैक्स क्रेडिट बढ़ाना मुश्किल होगा। इसे मिस मैच और मैनिपुलेशन की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। हर एंट्री क्रॉस-वेरीफिकेशन से गुजरेगी। इससे सरकार को भारी राजस्व चोरी पर रोक लगने में मदद मिलेगी।