JAL Insolvency: दिवालिया जयप्रकाश एसोसिएट्स के लिए बोली लगा सकेगी डालमिया भारत, CCI से मिली मंजूरी

JAL Insolvency: CCI ने डालमिया भारत को दिवालिया जेपी एसोसिएट्स का 100% अधिग्रहण करने के लिए बोली लगाने की मंजूरी दे दी है। ₹57,185 करोड़ कर्ज में फंसी JAL के लिए अन्य दावेदारों में अदाणी, वेदांता और जिंदल शामिल हैं। जानिए पूरी डिटेल।

अपडेटेड Aug 05, 2025 पर 10:10 PM
Story continues below Advertisement
यह मंजूरी दिवाला और दिवालियापन संहिता (IBC) के तहत जरूरी कदम है।

JAL Insolvency: भारत के प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने डालमिया भारत लिमिटेड (Dalmia Bharat Ltd) को जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड (Jaiprakash Associates Ltd - JAL) का पूर्ण अधिग्रहण करने की मंजूरी दे दी है। JAL फिलहाल दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है और इस सौदे के तहत डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड JAL में 100% हिस्सेदारी खरीदेगी। यह डालमिया भारत की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।

IBC के तहत अहम मंजूरी

यह मंजूरी दिवाला और दिवालियापन संहिता (IBC) के तहत जरूरी कदम है। इसके मुताबिक, अगर कोई लेन-देन प्रतिस्पर्धा अधिनियम के तहत 'कॉम्बिनेशन' की श्रेणी में आता है, तो समाधान योजना को लेनदारों की समिति (CoC) में मतदान के लिए भेजने से पहले CCI की स्वीकृति अनिवार्य होती है। डालमिया भारत का मुख्य कारोबार सीमेंट निर्माण और बिक्री है। वहीं, JAL सीमेंट, रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में सक्रिय है।


कर्ज और अन्य दावेदार

करीब ₹57,185 करोड़ के कर्ज से जूझ रही JAL को 3 जून को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) इलाहाबाद पीठ ने कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) में भेजा था। अदाणी एंटरप्राइजेज, वेदांता ग्रुप, जिंदल पावर और पीएनसी इन्फ्राटेक समेत कई अन्य दावेदार भी CCI की मंजूरी के लिए आवेदन कर चुके हैं ताकि वे अपनी समाधान योजनाएं पेश कर सकें।

JAL की संपत्तियां और परियोजनाएं

JAL के पास ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स, यहवार एयरपोर्ट के पास खेल सिटी प्रोजेक्ट और दिल्ली-एनसीआर, आगरा व मसूरी में हॉस्पिटैलिटी परिसंपत्तियों सहित कई रुकी हुई रियल एस्टेट परियोजनाएं हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश स्थित सीमेंट प्लांट भी फिलहाल बंद पड़े हैं।

सबसे बड़ा लेनदार

राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी लिमिटेड (NARCL) कंपनी का सबसे बड़ा लेनदार है। इसने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व वाले कर्जदाता समूह से JAL के ऋण खरीदे हैं। वहीं, जेपी ग्रुप की अन्य कंपनी जेपी इंफ्राटेक को पहले सुरक्षा ग्रुप ने खरीदा था। वह फिलहाल नोएडा व ग्रेटर नोएडा में लगभग 20,000 विलंबित आवासीय इकाइयों का निर्माण कार्य पूरा कर रही है।

यह भी पढ़ें : Home Loan: मौजूदा बैंक के पास रुकें, या स्विच करें? जानिए कैसे सस्ता होगा आपका होम लोन

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।