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फिनटेक फर्म BharatPe ने सीनियर मैनेजमेंट में किए कई बड़े बदलाव, जानिए डिटेल

BharatPe का ऑपरेशन से रेवेन्यू FY23 में 182 फीसदी बढ़कर 904 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इस अवधि के दौरान कंपनी का लॉस बिफोर टैक्स 5,594 करोड़ रुपये से घटकर 886 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के अनुसार लॉस बिफोर टैक्स को 5594 करोड़ रुपये से घटाकर 886 करोड़ रुपये करना बड़ा सुधार है

अपडेटेड Apr 08, 2024 पर 8:25 PM
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फिनटेक फर्म भारतपे (BharatPe) ने अपने पेमेंट और लेंडिंग यूनिट वर्टिकल के सीनियर मैनेजमेंट में कई बड़े बदलाव किए हैं।

फिनटेक फर्म भारतपे (BharatPe) ने अपने पेमेंट और लेंडिंग यूनिट वर्टिकल के सीनियर मैनेजमेंट में कई बड़े बदलाव किए हैं। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि कंपनी ने संदीप इंदुरकर को पेमेंट वर्टिकल- रेजिलिएंट पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के रूप में प्रमोट किया है। इंदुरकर पहले कंपनी के बैंकिंग और अलायंस के चीफ बिजनेस ऑफिसर थे। इसके अलावा भारतपे की यूनिट जिलियन (पहले पेबैक इंडिया) के CEO रिजीश राघवन अब कंपनी के डिवाइस बिजनेस की कमान संभालेंगे। अब उपभोक्ता ऋण क्षेत्र के प्रमुख कोहिनूर बिस्वास जिलियन को संभालेंगे।

ये तीनों सीनियर अधिकारी भारतपे के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर और अंतरिम CEO नलिन नेगी को रिपोर्ट करेंगे। हालांकि, मर्चेंट ऐप वर्टिकल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन बदलावों के बारे में टिप्पणी के लिए भारतपे को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं आया है।

कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू FY23 में 182 फीसदी बढ़कर 904 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इस अवधि के दौरान कंपनी का लॉस बिफोर टैक्स 5,594 करोड़ रुपये से घटकर 886 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के अनुसार लॉस बिफोर टैक्स को 5594 करोड़ रुपये से घटाकर 886 करोड़ रुपये करना बड़ा सुधार है।


भारतपे ने अक्टूबर 2023 में अपना पहला ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज किया। इसमें कहा गया है, 'कंपनी ने पॉजिटिव EBITDA प्राप्त करने के लिए अपने EBITDA बर्न में भी बड़ी कटौती की है - जो कि FY23 में प्रति माह औसतन 60 करोड़ रुपये था।'

भारतपे ने कहा कि उसने पिछले कई महीनों में अपने लेंडिंग वर्टिकल में लगातार ग्रोथ दर्ज किया है। अक्टूबर में इसने अपने NBFC पार्टनर्स के साथ साझेदारी में अपने मर्चेंट्स के लिए 640 करोड़ रुपये से अधिक के लोन की सुविधा प्रदान की, जो सालाना 36 फीसदी की बढ़ोतरी है।

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