ग्लोबल क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस (Coinbase) भारत में अपनी सेवाएं बंद करने जा रहा है। एक्सचेंज ने अपने यूजर्स से कहा है कि वे 25 सितंबर तक अपने खातों से सभी फंड वापस ले लें। कॉइनबेस ने हाल में ईमेल के जरिये यह जानकारी दी है। 25 सितंबर के बाद भारत में कॉइनबेस की वेबसाइट और ऐप्लिकशन को ऐक्सेस नहीं किया जा सकेगा।
अगर यूजर्स कैश के जरिये ट्रांजैक्शन चाहते हैं, तो वे प्लैटफॉर्म पर मौजूद लिंक्ड मेथड के जरिये सीधे तौर पर कैश निकाल सकते हैं। अगर उनके पास क्रिप्टो एसेट्स हैं, तो वे ब्लॉकचेन एड्रेस की पुष्टि कर अपने हिसाब से इसे किसी वॉलेट में डाल सकते हैं।
लोगों ने इस सिलसिले में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर अपनी चिंताएं साझा की हैं। हालांकि, कॉइनबेस ने यूजर्स को भेजी गई ईमेल में कहा है, 'आपका फंड हमारे पास सुरक्षित है और आप कॉइनबेस वॉलेट समेत अन्य क्रिप्टो वॉलेट्स या सर्विसेज को भी फंड भेज सकेंगे। हालांकि, इस पर ट्रांजैक्शन फीस लगेगी।' इस ईमेल की कॉपी मनीकंट्रोल (Moneycontrol) के पास भी है।
ईमेल में कहा गया है, 'कॉइनबेस वॉलेट हमारा सेल्फ-कस्टडी वाला वॉलेट है और इससे आपके पास अपने क्रिप्टो को पूरा कंट्रोल रहता है। कॉइनबेस वॉलेट लाखों टोकन और डीसेंट्रलाइज्ड ऐप को सपोर्ट करता है, ताकि क्रिप्टो में ट्रेड कर सकें, एनएफटी कलेक्ट कर सकें आदि।' मनीकंट्रोल के सवालों के जवाब में कॉइनबेस के सपोर्ट एग्जिक्यूटिव ने ट्विटर पर बताया कि एक्सचेंज उन खातों से जुड़ी सभी सेवाओं को बंद कर रहा है, जो उनके 'अपडेटेड स्टैंडर्ड' को पूरा नहीं करते हैं।
एग्जिक्यूटिव का कहना था, 'फिलहाल, हम नहीं जानते हैं कि हम आपको कब फिर से इन सेवाओं की पेशकश करेंगे। हमारे पास अपने रीजन के लिए तय समयसीमा नहीं है, लेकिन हम दूसरे देशों तक विस्तार करने के लिए हरमुमकिन कोशिश कर रहे हैं। आपके देश में फिलहाल यह सुविधा नहीं है, लेकिन आप अब भी कॉइनबेस वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।' हालांकि, एग्जिक्यूटिव ने 'अपडेटेड स्टैंडर्ड' के बारे में विस्तार से नहीं बताया। कॉइनबेस ने अप्रैल 2022 में भारत में एंट्री की थी और उसके बाद से उसे यहां लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।