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HDFC Bank vs Lilavati: मेहता फैमिली ने HDFC Bank के CEO के खिलाफ की FIR, जानिए क्या है पूरा मामला

लीलावती ट्रस्ट चलाने वाली मेहता फैमिली ने HDFC बैंक के CEO सशिधर जगदीशन के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। HDFC बैंक ने इन आरोपों को 'बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण' बताते हुए कहा कि यह वसूली प्रक्रिया रोकने का दबाव बनाने का एक प्रयास है। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला।

अपडेटेड Jun 08, 2025 पर 10:50 PM
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HDFC बैंक ने स्पष्ट किया है कि वह सार्वजनिक धन की वसूली के लिए अपने सभी कानूनी अधिकारों का प्रयोग करेगा।

लीलावती ट्रस्ट का मालिकाना हक रखने वाली मेहता फैमिली और HDFC बैंक के बीच विवाद गहरा गया है। मेहता फैमिली ने HDFC Bank के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO सशिधर जगदीशन (Sashidhar Jagdishan) के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। यह मामला लीलावती कीर्तीलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट से जुड़े आरोपों के संदर्भ में सामने आया है।

HDFC बैंक ने रविवार को BSE को दी गई एक नियामकीय सूचना में इस पूरे घटनाक्रम को 'बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण' बताया है।

Splendour Gems लोन विवाद है मामले की जड़


HDFC बैंक के अनुसार, FIR एक डिफॉल्ट लोन से जुड़ा है। यह Splendour Gems Ltd. नाम की कंपनी को साल 1995 में दिया गया था। इसमें लेनदार HDFC Bank समेत कुछ अन्य बैंक भी थे। 1995 में मेहता फैमिली के मालिकाना हक में है और 2001 से डिफॉल्टर है।

बैंक ने बताया कि साल 2004 में डेट रिकवरी ट्राइब्यूनल (Debt Recovery Tribunal) ने इस मामले में वसूली प्रमाणपत्र (recovery certificate) जारी किया था, लेकिन लोन अभी भी 'काफी हद तक बकाया' है।

बैंक का आरोप- दबाव बनाने की रणनीति

बैंक ने अपने बयान में कहा, “इन व्यक्तियों ने सभी कानूनी विकल्प का इस्तेमाल कर लिया है। अब आखिर में HDFC Bank और उसके CEO के खिलाफ व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं, ताकि वसूली प्रक्रिया को रोका जा सके। यह एक संगठित प्रयास है बैंक की साख को नुकसान पहुंचाने और दबाव बनाने का।”

बैंक ने मेहता फैमिली की कार्रवाई को 'कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग' करार दिया है। उसका कहना है कि बैंक के सीईओ सशिधर जगदीशन को झूठे और दुर्भावनापूर्ण तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।

Lilavati Trust का क्या आरोप है?

मेहता फैमिली के मालिकाना हक वाल लीलावती ट्रस्ट ने HDFC Bank के CEO और आठ अन्य व्यक्तियों के खिलाफ आर्थिक अनियमितता और ट्रस्ट फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। इसमें से कुछ बैंक के पूर्व कर्मचारी शामिल हैं। ट्रस्ट ने CEO को निलंबित कर उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग की है।

HDFC बैंक की रणनीति और अगला कदम

HDFC बैंक ने स्पष्ट किया है कि वह सार्वजनिक धन की वसूली के लिए अपने सभी कानूनी अधिकारों का प्रयोग करेगा। साथ ही, मेहता परिवार के बदले की कार्रवाइयों का कानूनी तरीके से मुकाबला करेगा।

बैंक ने कहा, “HDFC Bank अपने निदेशकों और कर्मचारियों की प्रतिष्ठा एवं संस्थागत अखंडता की रक्षा के लिए सभी वैधानिक उपायों को अपनाएगा।”

HDFC बैंक के शेयरों पर रहेगी बाजार की नजर

HDFC Bank के शेयर पर सोमवार, 9 जून 2025 को निवेशकों की करीबी नजर रहेगी। शुक्रवार को बैंक के शेयर में 1.42 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई और यह ₹1,978.70 पर बंद हुआ।

पिछले 1 महीने के दौरान बैंक के शेयरों में 2.57% की तेजी आई है। वहीं, इस साल यानी 2025 में अब तक शेयर ने 10.95% का रिटर्न दिया है। HDFC Bank का मार्केट कैप ₹15.16 लाख करोड़ है।

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डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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