
India's Unemployment Rate : नवंबर में भारत में बेरोजगारी दर आठ महीने के निचले स्तर पर 4.7 प्रतिशत पर आ गई है। 15 दिसंबर को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, यह पिछले आठ महीनों का सबसे निचला स्तर है। अक्टूबर में बेरोज़गारी दर 5.2 प्रतिशत थी। ग्रामीण इलाकों में रोजगार के बेहतर हालात और महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से लेबर मार्केट में सुधार देखा गया है। बेरोजगारी में यह कमी देशभर में देखने को मिली। ग्रामीण बेरोज़गारी घटकर 3.9 प्रतिशत पर आ गई, जो अप्रैल के बाद सबसे कम है। वहीं शहरी बेरोज़गारी भी कम होकर 6.5 प्रतिशत रह गई, जो इस साल की शुरुआत में दर्ज न्यूनतम स्तर के बराबर है।
नौकरियों की स्थिति में सुधार के साथ-साथ कामकाजी लोगों की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है। 15 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) नवंबर में बढ़कर 55.8 प्रतिशत पहुंच गया। यह अप्रैल के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। इस बढ़ोतरी में सबसे बड़ा योगदान ग्रामीण इलाकों का रहा, जहां लोगों की काम में भागीदारी मजबूत बनी हुई है। वहीं शहरी क्षेत्रों में LFPR घटकर 50.4 प्रतिशत रह गया, जो पिछले पांच महीनों का सबसे निचला स्तर है।
महिलाओं की भागीदारी बनी अहम वजह
लेबर मार्केट में सुधार की सबसे बड़ी वजह महिलाओं की बढ़ती भागीदारी बनी हुई है। नवंबर में महिलाओं का लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट (LFPR) बढ़कर 35.1 प्रतिशत पहुंच गया। इससे जून से शुरू हुआ लगातार बढ़ने का रुझान जारी रहा। यह बढ़ोतरी ज्यादा तर ग्रामीण इलाकों में देखने को मिली, जबकि शहरों में महिलाओं की भागीदारी लगभग स्थिर रही। इसके साथ ही पुरुषों और महिलाओं की बेरोज़गारी के बीच का अंतर भी कम हो गया है। नवंबर में पुरुषों की बेरोज़गारी दर 4.6 प्रतिशत रही, जबकि महिलाओं की 4.8 प्रतिशत थी। इस तरह दोनों के बीच का फर्क सिर्फ 0.2 प्रतिशत अंक रह गया।
युवाओं की बेरोजगारी में कमी
नवंबर में युवाओं की बेरोज़गारी दर में भी गिरावट दर्ज की गई। यह अक्टूबर के 14.9 प्रतिशत से घटकर 14.1 प्रतिशत रह गई। इससे यह संकेत मिलता है कि युवाओं के लिए नौकरी के मौके धीरे-धीरे बेहतर हो रहे हैं। बेरोज़गारी में यह कमी ऐसे समय पर आई है, जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास की रफ्तार कुछ धीमी रहने की संभावना जताई है। ऐसे में मज़बूत लेबर मार्केट आने वाले समय में सुस्त आर्थिक हालात के असर को कम करने में मदद कर सकता है।
हिंदी में शेयर बाजार, स्टॉक मार्केट न्यूज़, बिजनेस न्यूज़, पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।