India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से लंबित 'मिनी ट्रेड डील' (Mini Trade Deal) की घोषणा आज शाम तक हो सकती है। मनीकंट्रोल को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कस्टम ड्यूटी (Customs Tariff) से जुड़े पहलुओं पर सहमति बन चुकी है। वहीं, कुछ अन्य मुद्दों पर बातचीत आगे जारी रहेगी।
एक सूत्र के मुताबिक, 'डील पर बातचीत पूरी हो चुकी है। कस्टम ड्यूटी से संबंधित हिस्सा आज घोषित किया जा सकता है, जबकि अन्य बिंदु भविष्य में सामने आएंगे।'
भारत की मांगें और अमेरिकी रुख
भारत इस समझौते में टेक्सटाइल (Textiles), फार्मास्युटिकल्स (Pharmaceuticals) और इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) उत्पादों के लिए अमेरिकी बाजार में बेहतर पहुंच की मांग कर रहा है।
वहीं, अमेरिका बदले में भारत में अपने कृषि (Agriculture) और डेयरी (Dairy) उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच चाहता है। हालांकि, समझा जा रहा है कि जेनेटिकली मोडिफाइड (Genetically Modified - GM) फसलों और भारत के डेयरी सेक्टर को खोलने जैसे विवादित मुद्दों को इस डील से फिलहाल बाहर रखा गया है।
अमेरिकी कारों पर टैरिफ घटेगा?
पहले की रिपोर्टों के अनुसार, इस मिनी डील में अमेरिकी कारों पर सीमित आयात शुल्क (Tariff Cuts) में कटौती भी शामिल हो सकती है। इससे अमेरिकी ऑटो कंपनियों को भारत में प्रतिस्पर्धा में राहत मिल सकती है।
ट्रंप की टैरिफ पर डेडलाइन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सभी व्यापारिक साझेदारों के साथ 9 जुलाई तक डील फाइनल करने की डेडलाइन तय की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि जिन देशों के साथ समझौता नहीं हो पाया है, उन्हें टैरिफ लेटर (Tariff Letters) भेजे जाएंगे।
ट्रंप ने कहा, 'यह शायद 12 या 15 लेटर हो सकते हैं... कुछ डील्स भी हो चुकी हैं, तो हमारे पास दोनों होंगे- लेटर्स और डील्स।' वहीं, अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक (Howard Lutnick) ने साफ किया है कि 1 अगस्त से नए टैरिफ प्रभावी हो जाएंगे।
ट्रेड एग्रीमेंट का पहला चरण कब तक?
भारत और अमेरिका ने इस साल सितंबर-अक्टूबर तक अपने द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement) के पहले चरण को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है। यह मिनी डील उसी दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।