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IndiGo पर भड़के दिग्गज निवेशक Vijay Kedia, कहा- अहंकार को अपने पतन का कारण न बनने दें

Vijay Kedia ने अपने पोस्ट में दो प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया है, जिसमें उड़ान में देरी और स्टाफ का रूड बिहेवियर शामिल है। उनका कहना है कि इससे IndiGo की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। हाल ही में इंडिगो की वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ियां देखी गई, जिससे एयरपोर्ट्स पर लंबी कतारें और स्लो चेक-इन की समस्या हुई

अपडेटेड Oct 06, 2024 पर 10:25 PM
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दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की तीखे शब्दों में आलोचना की है।

दिग्गज निवेशक विजय केडिया (Vijay Kedia) ने देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की तीखे शब्दों में आलोचना की है। केडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एयरलाइन की कस्टमर सर्विस और विश्वसनीयता में गिरावट के लिए निराशा जताई। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "पहले इंडिगो हमेशा मेरी पहली पसंद थी, लेकिन अब यह मेरी आखिरी पसंद है।" उन्होंने आगे कहा कि कई विकल्प होने पर पैसेंजर इंडिगो को केवल अंतिम विकल्प के रूप में ही चुनेंगे। बता दें कि केडिया कंपनी के शेयरधारक हैं और लगातार यात्रा के लिए एयरलाइन का इस्तेमाल करते हैं।

Vijay Kedia ने अपने पोस्ट में क्या कहा?

केडिया ने अपने पोस्ट में दो प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया है, जिसमें उड़ान में देरी और स्टाफ का रूड बिहेवियर शामिल है। उनका कहना है कि इससे एयरलाइन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा, "असंतोष के दो मुख्य कारण हैं, जिसमें बार-बार होने वाली देरी और खराब कस्टमर सर्विस शामिल है, खासकर चेक-इन काउंटर पर, जहां कर्मचारियों का बिहेवियर अक्सर रूड होता है। यात्री बेहतर के हकदार हैं और आपकी टीम का आचरण सीधे ब्रांड की प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है।


केडिया ने आगे कहा, इंडिगो के पास वर्तमान में मार्केट शेयर का 62% हिस्सा है, लेकिन कंपटीशन बढ़ रहा है। एयर इंडिया आगे बढ़ रही है, कई स्ट्रगलिंग एयरलाइनें फिर से तैयार हो रही हैं, और नई कंपनियां भी रास्ते पर हैं। अगर इन मुद्दों को एड्रेस नहीं किया जाता है, तो लोग अन्य विकल्पों की ओर रुख करेंगे। अहंकार को अपने पतन का कारण न बनने दें। सुधार के बिना इंडिगो को अपने पतन के परिणामों का सामना करना पड़ेगा।

हाल ही में इंडिगो को एक और झटका लगा जब इसकी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ियां हुईं, जिससे एयरपोर्ट्स पर लंबी कतारें और स्लो चेक-इन की समस्या हुई। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर शिकायतों की बाढ़ ला दी, जिसमें एक यात्री ने बिजी इंडिगो काउंटर की स्थिति की तुलना "रेलवे स्टेशन" से कर दी। इंडिगो ने माफी मांगी और ग्राहकों को भरोसा दिया कि वे इस समस्या को ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं।

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