इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के सबसे बड़े लीडर्स में से एक आरसी भार्गव (RC Bhargava) ने प्रमोटरों से अपनी कंपनियों में अधिक धन लगाने का आग्रह किया है। मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि कुछ प्रमोटर्स अपनी कंपनी की ग्रोथ के लिए निवेश करने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। उनका कहना है कि प्रमोटर्स का यह रवैया देश की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ को नुकसान पहुंचा रहा है। सीएनबीसी-टीवी18 से खास बातचीत में भार्गव ने यह बात कही।
प्रमोटर्स की दिलचस्पी कंपनी की ग्रोथ पर नहीं: RC Bhargava
भार्गव ने कहा, "बहुत से प्रमोटर अपनी कंपनियों के विकास के लिए जरूरी कदम उठाने में दिलचस्पी नहीं रखते और पर्सनल वेल्थ क्रिएशन को लेकर ज्यादा चिंतित हैं। वे निजी संपत्ति, क्वालिटी ऑफ लाइफ, संपत्ति जमा करने, घर और हवाई जहाज खरीदने को लेकर ज्यादा चिंतित हैं।" उन्होंने कहा कि कंपनी में ज्यादा पैसा लगाया जाना चाहिए और विकास में निवेश किया जाना चाहिए।
मेक इन इंडिया प्रोग्राम के 10 साल पूरे होने के बारे में सीएनबीसी-टीवी18 से बात करते हुए भार्गव ने कहा कि पिछले दस सालों में सरकार की नीतियों ने मैन्युफैक्चरिंग को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में सरकार के भरोसे ने प्राइवेट सेक्टर में जोश भर दिया है।
सरकार ने किया रिफॉर्म, अब प्राइवेट सेक्टर की बारी: RC Bhargava
भार्गव ने यह भी कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में ग्रोथ कुछ सेक्टर्स में अच्छी रही है। उन्होंने कहा कि मारुति सुजुकी को सरकार के सुधार प्रयासों से लाभ मिला है और अगले कुछ वर्षों में कार कंपनी का निर्यात तीन गुना बढ़ जाएगा। भार्गव ने जोर देकर कहा कि सरकार ने रिफॉर्म के साथ अपना काम कर दिया है और अब गेंद प्राइवेट सेक्टर के पाले में है। उन्होंने कहा, "जो आंत्रप्रेन्योर सरकार पर पर्याप्त काम न करने का आरोप लगाते रहे हैं, उन्हें अब अपनी कंपनियों की विकास क्षमता बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।"
GST स्ट्रक्चर पर क्या बोले RC Bhargava?
भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर लंबे समय से जीएसटी स्ट्रक्चर को तर्कसंगत बनाने की मांग कर रहा है। ऑटोमोबाइल कंपनियां CNG और हाइब्रिड कारों पर कम टैक्स और राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले तर्कसंगत रोड टैक्स की मांग कर रही हैं। भार्गव ने कहा कि सरल और अधिक तर्कसंगत जीएसटी स्ट्रक्चर मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में मदद करेगी। उन्होंने राज्यों से टैक्सेशन के लिए अधिक प्रोग्रेसिव एप्रोच अपनाने का आग्रह किया। GST और अन्य टैक्स के साथ हाई रोड टैक्स ने कारों को बहुत महंगा बना दिया है। उन्होंने कहा, "हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाइब्रिड व्हीकल पर रोड टैक्स माफ करने के फैसले से बिक्री में तेजी आई है।"
इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर में आगे सुस्ती की आशंका
इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर पिछले कुछ महीनों से सुस्त मांग से जूझ रहा है और इंडस्ट्री के अनुमानों के अनुसार वित्त वर्ष 25 में उद्योग में कम सिंगल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है। भार्गव ने कहा कि इंडियन कार इंडस्ट्री दुनिया भर में टॉप तीन में से एक है और मांग में गिरावट साइक्लिकल मुद्दों के कारण थी। FY25 में ऑटो सेक्टर में सिर्फ़ 3 फीसदी की ग्रोथ होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में इंडस्ट्री में अच्छी और लगातार ग्रोथ जारी रहेगी।