भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने IIFL Finance के गोल्ड लोन कारोबार पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं। कंपनी ने आज 19 सितंबर को यह जानकारी दी। IIFL फाइनेंस ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, "RBI का यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और इससे कंपनी को सभी रिलेवेंट कानूनों और विनियमों के अनुपालन में गोल्ड लोन की मंजूरी, डिसबर्सल, असाइनमेंट, सिक्योरिटाइजेशन और बिक्री को फिर से शुरू करने की अनुमति मिल गई है।" IIFL फाइनेंस के शेयरों में आज 5.75 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक BSE पर 498.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
IIFL फाइनेंस ने कहा, "कंपनी कंप्लायंस के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना जारी रखेगी कि उठाए गए सुधारात्मक कदम लगातार जारी रहें।" आरबीआई ने 4 मार्च 2024 को प्रतिबंध लगाए थे।
मार्च में वित्तीय फर्मों पर कार्रवाई के दौरान IIFL रेगुलेटरी जांच के दायरे में आ गया था। RBI ने कंपनी को "मटेरियल सुपरवाइजरी कंसर्न" के बाद नए गोल्ड लोन डिसबर्स करने से रोक दिया था। तीन लोकल रेटिंग कंपनियों - ICRA Ltd, Crisil Ltd और Care Ratings Ltd ने प्रतिबंध के बाद इसे नेगेटिव या डेवलपिंग इंप्लिकेशन के साथ रेटिंग वॉच में रखा। इंटरनेशनल क्रेडिट एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भी इसकी B+ रेटिंग को नेगेटिव वॉच में रखा।
ब्लूमबर्ग ने 19 सितंबर को बताया कि कंपनी की वित्तीय रिपोर्टों के अनुसार गोल्ड लोन ब्रांच में इसके कर्मचारियों की संख्या मार्च में 15000 से घटकर जून में 12000 हो गई है। मार्च में प्रतिबंध के बाद से 5 अगस्त तक इसके गोल्ड लोन बिजनेस में एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM आधी से भी अधिक घटकर 12162 करोड़ रुपये रह गई।