RBI जल्द अपनी डिजिटल करेंसी (digital Currency) के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। इसके तहत कुछ खास कामों के लिए डिजिटल रुपये (Digital Rupee) के इस्तेमाल की इजाजत दी जाएगी। RBI ने इस बारे में शुक्रवार को एक कॉन्सेप्ट पेपर जारी किया है। RBI ने पिछले साल कहा था कि वह अपनी डिजिटल करेंसी शुरू करेगा। फिर, उसने इस साल फरवरी में कहा था कि करेंट फाइनेंशियल ईयर में डिजिटल करेंसी लॉन्च हो जाएगी।
RBI प्राइवेट डिजिटल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल के खिलाफ है। उसका मानना है कि इसके इस्तेमाल से इकोनॉमी को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही इसकी खरीदफरोख्त करने वाले निवेशकों को भी भारी नुकसान हो सकता है।
केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह चरणबद्ध तरीके से डिजिटल करेंसी लॉन्च करना चाहता है। इससे पहले वह सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के बारे में लोगों को जागरूक बनाना चाहता है। वह लोगों को प्रस्तावित डिजिटल रुपये के फीचर्स के बारे में बताना चाहता है।
RBI ने अपने कॉन्सेप्ट पेपर में कहा है कि ई-रूपी के लिए यूज केसेज की जांच की जा रही है। इसक मकसद यह सुनिश्चित करना है कि इस वजह से फाइनेंशियल सिस्टम को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे।
कॉन्सेप्ट नोट में कहा गया है कि इस पायलट लॉन्च का दायरा बढ़ने पर केंद्रीय बैंक ई-रूपी के खास फीचर्स और बेनेफिट के बारे में लोगों को समय-समय पर बताएगा।
कॉन्सेप्ट नोट में टेक्नोलॉजी और डिजाइन चॉइसेज, डिजिटल रूपी के संभावित इस्तेमाल और इसे जारी करने के सिस्टम के बारे में भी चर्चा की गई है। इसमें इस बात का विश्लेषण भी शामिल है कि CBDC की शुरुआत से बैंकिंग सिस्टम, मॉनेटरी पॉलिसी और फाइनेंशियल स्टैबिलिटी पर क्या असर पड़ेगा।