ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P Global Ratings ने शुक्रवार को भारत की टॉप 10 वित्तीय संस्थाओं की क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड की। इसमें देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ HDFC बैंक, ICICI बैंक, Axis बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक शामिल हैं। इनमें तीन वित्तीय कंपनियां बजाज फाइनेंस, टाटा कैपिटल, L&T फाइनेंस शामिल हैं। इससे एक दिन पहले एजेंसी ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई थी।
एजेंसी ने कहा कि भारत की वित्तीय संस्थाएं देश की मजबूत आर्थिक ग्रोथ का लाभ उठाएंगी और सिस्टम में खराब कर्ज की रिकवरी जैसे सुधारों से फायदा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 12-24 महीनों में भारतीय बैंक पर्याप्त एसेट क्वालिटी, बेहतर प्रॉफिटेबिलिटी और मजबूत कैपिटलाइजेशन बनाए रखेंगे, भले ही कुछ क्षेत्रों में दबाव देखने को मिले।
Sovereign Rating से जुड़ा असर
S&P ने गुरुवार को भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग 18 साल बाद बढ़ाकर ‘BBB’ कर दी थी। एजेंसी ने कहा कि भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद और अनुकूल मौद्रिक नीतियां अगले 2-3 साल तक ग्रोथ को सपोर्ट करेंगी। हालांकि, कई वित्तीय संस्थाओं की रेटिंग सॉवरेन रेटिंग से जुड़ी रहती है क्योंकि उन पर सरकार का सीधा और अप्रत्यक्ष प्रभाव होता है।
IBC से वित्तीय कंपनियों को मिलेगा फायदा
S&P ने कहा कि 2016 में लागू हुआ Insolvency and Bankruptcy Code (IBC) भारत में पेमेंट कल्चर और रूल ऑफ लॉ को मजबूत करने में अहम साबित हुआ है। इससे क्रेडिटर्स को मजबूती मिली है और कंपनियों के रीस्ट्रक्चरिंग को बढ़ावा मिला है।
अन्य कंपनियों की रेटिंग भी अपग्रेड
गुरुवार को एजेंसी ने कई सरकारी और निजी कंपनियों की रेटिंग भी ‘BBB-’ से बढ़ाकर ‘BBB’ की है। इनमें ऑयस एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC), पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, NTPC, टाटा पावर शामिल हैं। इनके आउटलुक को स्थिर (Stable) रखा गया है।
इसके अलावा, Export-Import Bank of India (India Exim) और इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) की रेटिंग भी ‘BBB-’ से ‘BBB’ कर दी गई है।