Open becomes unicorn : छोटे और मझोले उपक्रमों (SME) से संबंधित एक निओबैंकिंग प्लेटफॉर्म ओपन एक अरब डॉलर की वैल्यूएशन के साथ 5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। सूत्रों के हवाले से मनीकंट्रोल को यह जानकारी मिली है। इसके साथ ही ओपन (Open) भारत की 100वीं यूनिकॉर्न के रूप में उभरी है। एक अरब डॉलर से ज्यादा वैल्यूएशन वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न (unicorn) कहा जाता है।
इन निवेशकों ने लगाया पैसा
सीरीज डी राउंड की यह फंडिंग आईआईएफल की अगुआई में हुई और इसमें टेमासेक (Temasek), टाइगर ग्लोबल (Tiger Global) और 3वन4 कैपिटल (3one4 Capital) जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भागीदारी की। इस राउंड में ज्यादा प्राइमरी पूंजी जुटाई गई, जबकि सेकेंडर कंपोनेंट खासा कम रहा। कंपनी 2022 में भारत की 22वीं यूनिकॉर्न भी है।
छह महीने में दोगुनी हुई वैल्यूएशन
महज छह महीने पहले ओपन ने गूगल, टेमासेक, वीजा और जापान के सॉफ्टबैंक इनवेस्टमेंट्स से 10 करोड़ डॉलर जुटाए थे। पिछले राउंड के बाद कंपनी की वैल्यूएशन 50 करोड़ डॉलर सामने आई थी और इस राउंड में वैल्यूएशन दोगुनी हो गई। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले खबर दी थी कि ओपन जल्द ही एक अरब डॉलर की वैल्यूएशन के साथ फंड जुटाएगी।
इन फाउंडर्स का दूसरा स्टार्टअप
पेयू और सिट्रस पे के पूर्व अधिकारियों अनीश अच्युतन, मैबेल चाको और अजीश अच्युतन द्वारा वर्ष 2017 में स्थापित ओपन एसएमई पर जोर के साथ उन्हें एक बिजनेस करंट अकाउंट की पेशकश करती है। इस अकाउंट में डिजिटल बैंकिंग, पेमेंट, इनवॉयसिंग और ऑटोमेटेड बुककीपिंग सर्विसेज शामिल होती हैं।
अनीश अच्युतन, मैबेल चाको और अजीश अच्युतन दूसरी बार फाउंडर बने हैं। उनके पहले स्टार्टअप्स जेडविच पेमेंट को 2015 में सिट्रस के हाथों बिकने के बाद वे सिट्रस पे और बाद में पेयू का हिस्सा बन गए थे। ओपन उन चुनिंदा यूनिकॉर्न्स में हैं, जिनमें दो महिला कोफाउंडर्स हैं।
तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है भारत
ओपन की फंडरेजिंग से इनवेस्टर्स का भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में भरोसा बढ़ता है, जिसे हाल में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम माना गया। 2022 में अभी तक 14 नए यूनिकॉर्न सामने आए हैं।
इससे पहले 2021 भी स्टार्टअप्स के लिए ब्लॉकबस्टर साल रहा था, जब लगभग 44 यूनिकॉर्न सामने आए थे।