पाइन लैब्स का आईपीओ 7 नवंबर को खुल रहा है। इससे पहले कंपनी के सीईओ अमरीश राव अहमदाबाद और राजकोट में रिटेल इनवेस्टर्स से कर रहे हैं। आम तौर आईपीओ से पहले कंपनियों के एग्जिक्यूटिव्स अहमदाबाद और राजकोट जाते हैं। मनीकंट्रोल ने राव से आईपीओ, कंपनी के ग्रोथ प्लान और इनवेस्टर्स से मिली प्रतिक्रिया सहित कई मसलों पर बातचीत की।
पाइन लैब्स प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से अलग है
राव ने कहा कि Pine Labs की पहचान प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) मशीन कंपनी के रूप में है, जिसे बदलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम पाइन लैब्स को नए जेनरेशन की सॉफ्टवेयर आधारित पेमेंट्स सर्विसेज कंपनी के रूप में पेश करना चाहते हैं। हम इनवेस्टर्स को यह बताना चाहते हैं कि यह प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से किस तरह से अलग है। हम यह भी बताना चाहते हैं कि इस आईपीओ से कंपनी में किस तरह के बदलाव आ सकते हैं।
कंपनी की बिजनेस ग्रोथ शानदार
पाइन लैब्स की ग्रोथ के बारे में राव ने कहा कि आरएचपी में हमने बताया है कि बीते तीन सालों में पाइन लैब्स में ग्रॉस ट्रांजेक्शन वैल्यू (GTV) की ग्रोथ कंपाउंडिग आधार पर करीब 60 फीसदी रही है। हमारे ट्रांजेक्शन की वैल्यू की ग्रोथ कंपाउंडिंग आधार पर करीब 48-50 फीसदी रही है। हमसे जुड़ने वाले मर्चेंट्स की संख्या साल दर साल आधार पर 30 फीसदी बढ़ रही है। हम यह बताना चाहते हैं कि हमारे बिजनेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा है। यह कंपनी के कामकाज से जुड़े डेटा में दिखता है। हमने आरएचपी में इस बारे में बताया है।
प्राइसिंग पर कंपनी के गुडविल का असर
आईपीओ के प्राइस बैंड के बारे में पूछने पर राव ने कहा कि प्राइसिंग एक स्टैंडर्ड प्रोसेस है। प्राइसिंग को लेकर हमारी फिलासफी बहुत स्पष्ट है। क्लाइंट्स के साथ हमारे पहुत अच्छे संबंध हैं। इनमें बैंक, रिटेलर्स, ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स कंपनियां शामिल हैं। ऐसी कोई दूसरी पेमेंट कंपनी भारत में नहीं है, जिसके पास टॉप 5 बैंक, टॉप 5 रिटेलर्स और तीन बड़ी ई-कॉमर्स और क्विक-कॉमर्स कंपनियां हैं। ये सभी इसलिए पाइन लैब्स के साथ मिलकर काम करती हैं, क्योंकि हम मार्केट में बेस्ट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस ऑफर करते हैं। प्राइसिंग का फैसला हमारे इसी गुडविल पर आधारित है।
पाइन लैब्स व्यापक सर्विस वाली फिनटेक कंपनी
यहां से तीन साल बाद पाइन लैब्स कहां होगी? इसके जवाब में राव ने कहा कि हम चार बड़े वर्टिकल्स के तहत काम करते हैं। इनमें वैल्यू ऐडेड सर्विसेज एंड ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग, फिनटेक इंफ्रास्ट्राक्चर (APIs, BBPS, Online Payments), इश्यूइंग और प्रोसेसिंग शामिल हैं। इन चार वर्टिकल्स की वजह से पाइन लैब्स फुल-स्टैक फिनटेक कंपनी बन जाती है। इंडिया में इस तरह के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज ऑफर करने वाली कोई दूसरी कंपनी नहीं है।