Tata Capital Q1 Results: IPO की तैयारी में जुटी टाटा कैपिटल को अप्रैल-जून जून 2025 तिमाही में 1040.9 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। यह एक साल पहले से 120.4 प्रतिशत ज्यादा है। जून 2024 तिमाही में कंपनी ने 472.2 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया था। टाटा कैपिटल ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा कि जून 2025 तिमाही के दौरान ऑपरेशंस से रेवेन्यू 7664.8 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही के 6546.3 करोड़ रुपये से 17 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी की शुद्ध ब्याज आय (NII) सालाना आधार पर 16.8 प्रतिशत बढ़कर 2866.2 करोड़ रुपये हो गई। जून 2024 तिमाही में यह 2454 करोड़ रुपये थी। कर्मचारी खर्च 11.2 प्रतिशत घटकर 634.6 करोड़ रुपये और अन्य खर्च 4.3 प्रतिशत घटकर 582.1 करोड़ रुपये रह गए।
4 अगस्त को जमा किया था अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस
Tata Capital के IPO का साइज 17000 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है। कंपनी ने 4 अगस्त को कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास एक अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा किया था। इससे पहले Tata Capital ने अप्रैल 2025 में IPO के लिए कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट के जरिए ड्राफ्ट जमा किया था, जिसे SEBI ने जून महीने में मंजूरी दे दी। टाटा कैपिटल, टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की सहायक कंपनी है।
IPO में 21 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। साथ ही मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 26.58 करोड़ शेयरों को ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बिक्री के लिए रखा जाएगा। OFS में टाटा संस 23 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रही है। वहीं इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन 3.58 करोड़ शेयर बेचने की तैयारी में है।
Tata Capital अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल प्राप्त भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी। इन जरूरतों में उधार देना भी शामिल है। टाटा कैपिटल एक NBFC है। टाटा संस के पास टाटा कैपिटल में 92.83 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
टाटा कैपिटल का IPO सितंबर 2025 से पहले आ जाएगा। इसकी वजह है कि टाटा कैपिटल को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से अपर लेयर NBFC (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) का दर्जा दिया गया है। RBI के आदेश के अनुसार, अपर लेयर NBFC के लिए यह मान्यता मिलने के 3 साल के अंदर शेयर बाजारों में लिस्ट होना जरूरी है। टाटा कैपिटल को सितंबर, 2022 में अपर लेयर NBFC के रूप में क्लासिफाई किया गया था। इसका मतलब है कि इसे सितंबर 2025 तक शेयर बाजारों में लिस्ट होना है।
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