फूड और ग्रासरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं। इसके तहत यह अपने अलग-अलग कारोबार के फाइनेंस का काम संभालने के लिए नए हेड की नियुक्ति कर रही है। यह जानकारी मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से मिली है। फाइनेंस के काम को अलग-अलग करने का फैसला ऐसे समय में आया है, जब कंपनी आने वाले महीने में अपने क्विक कॉमर्स वर्टिकल इंस्टामार्ट (Instamart) के लिए इंवेंटरी वाला मॉडल अपनाना चाहती है। अभी तक इंस्टामार्ट फूड डिलीवरी की ही तरह ही एक मार्केटप्लेस पर काम कर रही है।
अब चूंकि इसकी पैरेंट कंपनी स्विगी इसे इंवेटरी आधारित मॉडल पर चलाना चाहती है तो अकाउंटिंग प्रक्रिया में बदलाव आएगा। इस बदलाव के तहत स्विगी आने वाले महीनों में दो नए पद बनाएगी जिन्हें फाइनेंस के वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। इसमें से एक वाइस प्रेसिडेंट इंस्टामार्ट के फाइनेंस का काम संभालेगा तो दूसरा फूड डिलीवरी बिजनेस के फाइनेंस का काम संभालेगा। ये दोनों ही स्विगी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) राहुल बोथरा को रिपोर्ट करेंगे।
Eternal के Blinkit के जैसे हो जाएगा ढांचा
नया मॉडल आते ही स्विगी का कारोबारी ढांचा इसकी प्रतिद्वंद्वी एटर्नल (Eternal) की ब्लिंकिट (Blinkit) के जैसी हो जाएगी। पिछले साल दिसंबर 2024 में ब्लिंकिट ने फ्लिपकार्ट के पूर्व एग्जीक्यूटिव विपिन कपूरिया को सीएफओ नियुक्त किया था। इसके तुरंत बाद ब्लिंकिट ने इंवेंट्री मॉडल अपना लिया। कंपनी का दावा था कि इससे यूनिट इकनॉमिक्स बेहतर होगी। और ओवरऑल वित्तीय सेहत भी। स्विगी भी अब ऐसा करना चाहती है लेकिन कुछ ही समय पहले मार्च 2025 तिमाही के अर्निंग्स कॉल में स्विगी के सीएफओ ने कहा था कि इंवेंट्री मॉडल पर वह भी विचार करना चाहते हैं लेकिन हाल-फिलहाल में इसकी कोई संभावना नहीं है लेकिन अब तीन ही महीने बाद इस मॉडल को लेकर वह पॉजिटिव दिख रहे हैं। जून तिमाही के कारोबारी नतीजे के साथ उन्होंने कहा कि जल्द ही इंवेंट्री मॉडल को लेकर विचार हो सकता है।
क्यों बदला Swiggy का मूड?
स्विगी अब इंस्टामार्ट को लेकर इंवेंट्री मॉडल पर विचार इसलिए कर रही है क्योंकि इसमें घरेलू स्वामित्व बढ़ा है। जब इसके आईपीओ का ड्राफ्ट आया था, तो उससे पहले सितंबर 2024 में इसमें घरेलू मालिकाना हक करीब 13% के आस-पास था जोकि अब लगभग 40% के करीब पहुंच चुका है। इन्वेंट्री रखने के लिए स्विगी को कुल विदेशी शेयरहोल्डिंग को फुल्ली डाइल्यूटेड बेसिस पर 49.5% पर सीमित रखना होगा। एटर्नल (पूर्व नाम Zomato) ने यह काम इस साल की शुरुआत में किया था।