पेटीएम के लिए सबसे बुरा समय बीत चुका है और 'गवर्नेंस पर ध्यान' सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड को मजबूत किया गया है। पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने 22 मई को एक कॉन-कॉल के दौरान निवेशकों को यह आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “हमने पिछले तीन महीनों में बहुत सारे सबक सीखे, रिजीलिएंस दिखाया। सबसे खराब वक्त बीत चुका है।” कॉन कॉल में मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) मधुर देवड़ा ने निवेशकों को बताया कि पेटीएम पर्सनल लोन पर अत्यधिक सावधानी बरत रही है और इसमें उसका केवल वितरण मॉडल है।
Paytm की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने 22 मई को अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। मार्च 2024 तिमाही में Paytm का घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में घाटा 167.5 करोड़ रुपये था। मार्च 2024 तिमाही में पेटीएम का ऑपरेशनल रेवेन्यू सालाना आधार पर करीब 3 प्रतिशत गिरकर 2,267 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। मार्च 2023 तिमाही में रेवेन्यू 2,464.6 करोड़ रुपये था।
सालाना प्रदर्शन पिछले साल से बेहतर
कॉन कॉल में विजय शेखर शर्मा ने कहा, 'हमारे कई साथी समय की कसौटी से गुजरे, जहां उन्होंने सीखा कि क्या करने की जरूरत है। हमारे तिमाही नतीजों पर दो महीने में जो हुआ, उसका असर रहा, लेकिन सालाना प्रदर्शन पिछले साल से बेहतर रहा।' आगे कहा कि पेटीएम में गवर्नेंस पर ध्यान देना मुख्य फोकस बना हुआ है। बोर्ड में अधिक सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट्स और स्वतंत्र निदेशक होंगे। सेल्स और मार्केटिंग टीमों पर निवेश जारी रखेंगे। प्रॉफिटेबिलिटी पर ध्यान देने के साथ सुव्यवस्थित संगठन पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
पेमेंट कारोबार की हालत बेहद खराब
CFO मधुर देवड़ा ने कहा कि आईपीओ के बाद से यह EBITDA प्रॉफिटेबिलिटी का हमारा पहला पूर्ण वर्ष है। मर्चेंट्स का कारोबार बढ़ने लगा है। मई से दैनिक लेनदेन करने वाले यूजर स्थिर हो गए हैं। पेमेंट कारोबार की हालत बेहद खराब हो गई है। बारह प्रतिशत जीएमपी उन व्यवसायों से आ रहा था, जो बंद/बाधित हो गए। कलेक्शन के साथ पर्सनल लोन पर बेहद सतर्क हैं। पर्सनल लोन्स के लिए केवल-वितरण मॉडल अपनाया गया है। टेक रेट 3-3.5% होने की उम्मीद है।
पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस (वीएसएस) पर कहा गया कि केंद्र में नई सरकार बनते ही अंतर-मंत्रालयी समिति की बैठक होगी। हम इंतजार के दौर में हैं। हमारे मौजूदा या नए मर्चेंट्स पर इसका कोई ख़तरा नहीं है। पेटीएम ने किसी भी व्यापारी को नहीं खोया।