'डिलीवरी चार्ज पर GST से जोमैटो की ग्रोथ को लगा झटका', तिमाही नतीजों के बाद बोले इटरनल के CFO
Eternal Q2 results: जोमैटो की सितंबर तिमाही ग्रोथ पर डिलीवरी चार्ज पर लगे नए 18% GST का असर पड़ा। Eternal के CFO ने बताया कि टैक्स का बोझ ग्राहकों पर डालने से डिमांड घटी है। जानिए डिटेल।
GST के नए नियमों और ग्राहकों की सतर्कता से Eternal की ग्रोथ पर कुछ दबाव आया।
Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस की ग्रोथ सितंबर तिमाही (Q2FY26) में थोड़ी कमजोर रही। इसकी वजह थी डिलीवरी चार्ज पर लगे नए 18% GST को ग्राहकों पर डालना। Eternal के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर अक्षंत गोयल ने शेयरधारकों को भेजे पत्र में बताया कि इस टैक्स का असर बिजनेस की ग्रोथ पर हल्का नेगेटिव रहा है।
उन्होंने कहा, 'हमने जो डिलीवरी चार्ज ग्राहकों से लेते हैं, उस पर लगे नए GST की वजह से ग्रोथ थोड़ी धीमी हुई, क्योंकि हमने यह टैक्स सीधा ग्राहकों पर डाल दिया।'
Blinkit पर नहीं नया GST
यह टैक्स इसी तिमाही में लागू हुआ और यह Zomato के करीब 25% ऑर्डर्स पर लागू होता है यानी वे ऑर्डर जिनमें डिलीवरी फ्री नहीं होती। लॉयल्टी प्रोग्राम या प्रमोशनल ऑफर्स के तहत आने वाले ऑर्डर्स पर यह टैक्स नहीं लगता।
गोयल ने यह भी बताया कि नया GST सिर्फ फूड डिलीवरी पर लागू है, Blinkit पर नहीं। Blinkit में पहले से ही डिलीवरी फीस में 18% GST शामिल है, क्योंकि वहां डिलीवरी पार्टनर्स का मॉडल अलग है।
डिलीवरी चार्ज पर GST क्यों लगा
GST काउंसिल ने CGST एक्ट की धारा 9(5) के तहत यह स्पष्ट किया था कि Swiggy और Zomato जैसे फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म अब सीधे डिलीवरी सर्विस पर टैक्स देंगे।
इसका मतलब है कि अब ये प्लेटफॉर्म खुद डिलीवरी फीस पर GST इकट्ठा करेंगे और सरकार को जमा करेंगे। इसी वजह से कंपनियों ने यह अतिरिक्त खर्च ग्राहकों पर डाल दिया।
ग्राहकों की मांग पर असर
गोयल ने बताया कि इस तिमाही में Zomato को एक तरह की उपभोग मंदी का भी सामना करना पड़ा। GST दरों में बदलाव के कारण कई कैटेगरी में ग्राहकों ने खरीदारी टाल दी, यहां तक कि उन प्रोडक्ट्स में भी जिन पर टैक्स दरें नहीं बदली थीं।
उन्होंने कहा, 'हमने ग्रोथ और मार्जिन दोनों पर असर देखा, क्योंकि ग्राहक ‘वेट एंड वॉच’ मोड में चले गए और अपनी खरीदारी को आगे बढ़ा दिया।'
Blinkit को होगा फायदा
जोमैटो के उलट Blinkit के लिए यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है। रोजमर्रा के जरूरी सामानों और घरेलू उत्पादों पर GST दरों में कटौती से इसकी औसत बास्केट पर लगने वाला टैक्स करीब तीन प्रतिशत घट गया है। गोयल के मुताबिक, इससे डिमांड बढ़ने की संभावना है और इसका असर Q3FY26 से दिखना शुरू हो सकता है।
Eternal के प्रदर्शन पर असर
GST के नए नियमों और ग्राहकों की सतर्कता से Eternal की ग्रोथ पर कुछ दबाव आया। कंपनी ने GST बदलाव के वित्तीय असर का खुलासा नहीं किया, लेकिन एनालिस्ट्स का अनुमान है कि बड़े फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर इसका सालाना असर ₹180-200 करोड़ तक हो सकता है।
जहां फूड डिलीवरी बिजनेस ज्यादा टैक्स बोझ झेल रहा है, वहीं Blinkit को रेट कट से फायदा मिलेगा। Eternal की आने वाली ग्रोथ अब इस बात पर निर्भर करेगी कि ग्राहक कितनी जल्दी फिर से भरोसा दिखाते हैं और ऑर्डर वॉल्यूम कितनी तेजी से बढ़ते हैं।
Eternal के Q2FY26 नतीजे
Eternal Ltd (पहले Zomato Ltd) ने 16 अक्टूबर को सितंबर तिमाही (Q2FY26) के नतीजे जारी किए। यह कंपनी Zomato और Blinkit दोनों को चलाती है। इसका तिमाही नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर साल 63% घटकर ₹65 करोड़ रह गया। पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹176 करोड़ था। पिछली तिमाही में कंपनी ने ₹25 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था।
कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू सालाना आधार पर 183% बढ़कर ₹13,590 करोड़ पहुंच गया, जो पिछले साल ₹4,799 करोड़ था। पिछली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू ₹7,167 करोड़ रहा था।
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