Crude Oil Price: कच्चे तेल की कीमतों में लागातर 5वें दिन दबाव कायम है। ब्रेंट 67 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है तो वहीं MCX पर भाव 5540 रुपए के नीचे फिसला है। जबकि WTI में भी $63 के नीचे कारोबार हो रहा है। MCX पर भी भाव 5540 के नीचे आया है। क्रूड 2 महीनों में करीब 9% गिरा।
बाजार जानकारों का कहना है कि अभी बाजार का मुख्य विषय आपूर्ति अधिक और मांग अनिश्चित है। साल के अंत तक खपत की स्थिति को लेकर अभी भी संदेह बना हुआ है। इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र से तेल पाइपलाइन दोबारा चालू होने की खबर ने कीमतों पर अतिरिक्त दबाव डाल दिया है।
वैश्विक स्तर पर तेल बाजार पहले से ही ज्यादा आपूर्ति और घटती मांग की चुनौतियों से जूझ रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों का तेजी से बढ़ना और वैश्विक आर्थिक संकट, जिसे टैरिफ और व्यापारिक तनाव ने और बिगाड़ा है, तेल की खपत को कम कर रहे हैं।
निवेशक यूरोपीय संघ द्वारा रूसी तेल निर्यात पर कड़े प्रतिबंध लगाने की संभावना पर नजर रख रहे हैं। साथ ही मिडिल ईस्ट में किसी भी जियोपॉलिटिकल तनाव के बढ़ने का असर भी कीमतों पर हो सकता है।
सप्लाई बढ़ने से कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा है। कुर्दिस्तान से एक्सपोर्ट जल्द शुरू होने की उम्मीद है।कुर्दिस्तान से 2.3 लाख बैरल का एक्सपोर्ट शुरू होने की उम्मीद है। इराक ने भी कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाया। सितंबर में शिपमेंट 34-34.5 लाख BPD संभव है।
NATO देशों ने रूस पर गंभीर आरोप लगाए है। NATO देशों ने रूस पर उनके हवाई क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाया है। यूके का कहना है कि रूस के कदम से तनाव बढ़ सकता है।