Gold Price Today: MCX पर सोना चांदी रिकॉर्ड स्तरों पर कारोबार कर रहे हैं। सोना का भाव 1 लाख 13 हजार तो चांदी 1 लाख 34 हजार के पार निकल गई है। 2025 में अब तक सोने में 47% की तेजी आ चुकी है जबकि चांदी ने 55% का रिटर्न दिया है। डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से तेजी मिल रही है। अमेरिका में दरें घटने से भी सपोर्ट मिला है। चांदी की मजबूत मांग से भी सहारा मिल रहा है। ETF निवेश बढ़ने से भी सहारा मिल रहा है ।
सोने-चांदी में तेजी पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में सोने ने 1 फीसदी की बढ़त दिखाई है जबकि इस दौरान चांदी 3 फीसदी चढ़ा है। वहीं 1 महीने में सोने ने 13 फीसदी, चांदी ने 17 फीसदी की बढ़त दिखाई है। जबकि 1 साल में सोने में 50 फीसदी का उछाल आया है जबकि चांदी में 52 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने हाल ही में 0.25% ब्याज दर घटाई है और दो और कटौती के संकेत दिए हैं इससे डॉलर कमजोर हुआ और गोल्ड- सिल्वर की डिमांड बढ़ा दीहै। डॉलर इंडेक्स 2025 में करीब 10% गिर चुका है इससे विदेशी निवेशकों के लिए गोल्ड और सिल्वर और सस्ते और आकर्षक बने। वहीं रूस-यूक्रेन, चीन-ताइवान और मिडिल ईस्ट की अस्थिरता ने ‘सेफ-हेवन’ गोल्ड- सिल्वर को बढ़त दिलाई है। सिल्वर को लेकर इंडस्ट्रियल डिमांड भी बढ़ने की उम्मीद है, जिसने इसकी कीमतों को और चढ़ाया है।
GJC के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने कहा कि सोने की कीमतों में आगे भी तेजी की ही उम्मीद है। दीवाली के बाद सोने की कीमतों में और तेजी आएगी। 22 सितंबर से ही शादियों की खरीदारी शुरु हो चुकी है। शादियों के मद्देनजर सोने में औरउछाल आने की उम्मीद है। हर कैरेट के गहनों की मांग देखने को मिल रही है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (जिंस) सौमिल गांधी के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी के रुख के अनुरूप, घरेलू बाजारों में सोना और चांदी दोनों रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नरम रुख वाले संकेत से पता चलता है कि इस साल के अंत तक ब्याज दरों में दो और बार कटौती हो सकती है। इससे अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड यील्ड में बढ़त सीमित हो सकती है, जबकि कीमती धातुओं की कीमतों को मजबूती मिल सकती है।
बाजार जानकारों का कहना है कि फेडरल रिजर्व की नरम नीति तथा नवरात्रि और आगामी जीएसटी चिंताओं के कारण स्थानीय स्तर पर हुई अच्छी खरीदारी ने इस दबाव में भूमिका निभाई है।
सोने की कीमतें गिरने के बजाय बढ़ी हैं, और जिन लोगों ने सोना खरीदा है, वे बेचने के बजाय अपनी पोजीशन बनाए रखना पसंद कर रहे हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की कार्यकारी अध्यक्ष अक्षा कंबोज ने कहा कि मुनाफावसूली हो सकती है, लेकिन आम धारणा सकारात्मक है और मौजूदा स्तरों पर सोने को अच्छा समर्थन मिल रहा है।