Crude Oil Price: ओपेक के एक ऐलान से कच्चे तेल में दबाव, क्या आगे भी जारी रहेगी गिरावट

Crude Oil Price: ओपेक द्वारा अगस्त में उत्पादन में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी के ऐलान के बाद सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स पर कच्चे तेल की कीमतें 1.93% की गिरावट के साथ 5,580 रुपये पर खुला

अपडेटेड Jul 07, 2025 पर 12:53 PM
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ओपेक द्वारा अगस्त में उत्पादन में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी के ऐलान के बाद सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली।

Crude Oil Price: ओपेक द्वारा अगस्त में उत्पादन में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी के ऐलान के बाद सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स पर कच्चे तेल की कीमतें 1.93% की गिरावट के साथ 5,580 रुपये पर खुला। सुबह 9:55 बजे कच्चे तेल की कीमतें 0.42 फीसदी की गिरावट के साथ 5,666 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार करता नजर आया। हालांकि कारोबारी दिन के बढ़ने के साथ ही इसमें रिकवरी आती दिखी। एमसीएक्स पर कच्चा तेल 12.48 बजे के आसपास 0.32 फीसदी की बढ़त के साथ 5078 रुपये पर कारोबार करता नजर आया।

अंतराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड ऑयल वायदा 0.69% गिरकर 67.83 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 1.42% गिरकर 66.05 डॉलर पर पहुंचा।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और उनके सहयोगी, जिन्हें ओपेक के नाम से जाना जाता है, उसने क्रूड उत्पादन बढ़ाने को मंजूरी दी। OPEC+ देशों ने शनिवार को तय किया कि अगस्त में वे उत्पादन को 5.48 लाख बैरल प्रतिदिन बढ़ाएंगे। यह अप्रैल (1.38 लाख bpd) से लेकर जुलाई (4.11 लाख bpd) तक की बढ़ोतरी से कहीं ज्यादा है।


OPEC+ ने कहा कि वैश्विक आर्थिक स्थिति स्थिर है और बाजार में तेल की मांग मजबूत बनी हुई है, जिसका मुख्य कारण लो इन्वेंट्री (कम स्टॉक) को भी बताया गया है।

इस बीच Goldman Sachs को उम्मीद है कि 3 अगस्त को होने वाली अगली मीटिंग में OPEC+ सितंबर के लिए भी 5.5 लाख बैरल/दिन की बढ़ोतरी का ऐलान करेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि 9 जुलाई से पहले कई ट्रेड डील्स का ऐलान किया जाएगा और 1 अगस्त से नए टैरिफ लागू होंगे। इससे तेल की मांग और सप्लाई चेन पर और दबाव आ सकता है।

क्या है आगे के लिए आउटलुक

निर्मल बंग सिक्योरिटीज के VP कुणाल शाह का कहना है कि ओपेक प्लस प्रोडक्शन बढ़ाने की बात कर रहा है और दूसरी तरफ सऊदी अरब ने एशिया का अपना ऑफिशियल सेलिंग प्राइस बढ़ा दिया है। इसका मतलब यह है यह सऊदी अरब को एशिया से अच्छी डिमांड की उम्मीद है , जब डिमांड अच्छी हो तब ही प्राइस में बढ़ सकती है। ऐसे में सप्लाई बढ़ने के कारण क्रूड में बहुत ज्यादा मंदी की उम्मीद नहीं लग रही। हालांकि मौजूदा स्तर से 1-2 डॉलर की गिरावट आ सकती है, लेकिन क्रूड ऑयल में मेरा नजरिया ज्यादा बियरिश नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि कच्चा तेल 5500-5450 रुपये तक का स्तर दिखा सकता है। कच्चे तेल ने सारी निगेटिव खबरों को पचा लिया है। हालांकि इसमें ज्यादा तेजी की उम्मीद भी नजर आ रही है। कच्चा तेल 5400 और 5700 रुपये के बीच में ट्रेड करता नजर आ सकता है। अगर कच्चा तेल किसी कारणवंश 50 डॉलर के प्रति बैरल के नीचे फिसलता है तब इसमें बाईंग (खरीदारी) की सलाह होगी।

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

Sujata Yadav

Sujata Yadav

First Published: Jul 07, 2025 12:48 PM

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