Diamond Price & Demand: देश में हीरों की मांग कैसी है। ग्लोबल मांग में भारत की नैचुरल हीरों में 11% हिस्सेदारी है। भारत की घरेलू जेम्स एंड ज्वैलरी की मांग $85 बिलियन की है। 2030 तक $120 बिलियन की मांग होगी। देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से मांग बढ़ी है। मांग में आगे भी तेजी जारी रहने की उम्मीद है।
हालांकि डायमंड इंडस्ट्री की कुछ चिंताएं है। G7 देशों ने रुस पर प्रतिबंध लगाए हैं। G7 देश रूसी हीरे से बने गहने नहीं खरीद रहे हैं। रफी हीरों में रूस की 33% हिस्सेदारी है।
G7 देशों के प्रतिबंध का कारोबार पर कितना असर पड़ रहा है और 2025 के लिए क्या आउटलुक है? इस पर सीएनबीसी -आवाज से बात करते हुए लक्ष्मी डायमंड के चेयरमैन चेतना महेता (Chetan Mehta) ने कहा कि डायमंड के दाम अभी स्थिर हैं। डायमंड मार्केट बूम पर है और 2024 में पिछले साल से 15-20% से ज्यादा का बिजनेस हुआ।डायमंड ज्वेलरी की मांग ज्यादा रही।
उन्होंने आगे कहा कि सीजन वाइज के हिसाब से खरीदारी नहीं होती है। 1 लाख तक के बजट वाली ज्वेलरी की मांग ज्यादा है। 2025 में डायमंड की 25% ग्रोथ की उम्मीद है। डायमंड की खरीदारी 25% ज्यादा होगी।
सोने की कीमतों में आज 26 दिसंबर बढ़ोतरी रही। कीमतों में तेजी का मुख्य कारण कमजोर अमेरिकी डॉलर और भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.5% बढ़कर $2,626.10 प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि भारत में यह ₹20 बढ़कर ₹77,460 प्रति 10 ग्राम हो गया। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.3% की बढ़त के साथ $2,643.70 प्रति औंस पर बंद हुए। सोने की कीमतों पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट का मानना है कि 2025 में सोना $3,000 प्रति औंस यानी लगभग ₹85,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
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