Gold & Silver Price: मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। डॉलर में मजबूती और वैश्विक अनिश्चितताओं में कमी के कारण निवेशकों की सेफ हेवन डिमांड में निवेश कम हुआ। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के वायदा की कीमत 836 रुपये या 0.69% की गिरावट के साथ 1,20,573 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई जिसमें 13,332 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
मेहता इक्विटीज़ के उपाध्यक्ष (कमोडिटीज़) राहुल कलंत्री ने कहा, "सोने और चांदी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया और मज़बूत डॉलर इंडेक्स के दबाव में, इन्हें उच्च स्तर पर अपनी बढ़त बनाए रखने में मुश्किल हुई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति को लेकर अनिश्चितता और यूरो में कमज़ोरी के बीच डॉलर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिससे कीमती धातुओं की कीमतों पर दबाव पड़ा।
इस बीच, जारी भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी सोने और चांदी को सपोर्ट मिल सकता है।
सोने को 3,950-3,920 डॉलर पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रजिस्टेंस 4,035-4,065 डॉलर पर है। चांदी को 47.20-47.78 डॉलर पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रजिस्टेंस 48.30-48.70 डॉलर पर है। रुपये के लिहाज से सोने को 1,20,870-1,20,480 रुपये पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रजिस्टेंस 1,21,890-1,22,300 रुपये पर है। चांदी को 1,46,450-1,45,750 रुपये पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि रजिस्टेंस 1,48,340-1,49,280 रुपये पर है।
MOFSL के डायरेक्टर किशोर नार्ने ने कहा कि सोने की कीमतें रेंजबाउंड नजर आ रहा है। मेटल्स में अगले 12-18 महीनों में तेजी की उम्मीद है। कॉपर में 40% और जिंक में 30-35% तेजी की उम्मीद है।
मेटल्स फोकस के प्रिंसिपल कंसल्टेंट चिराग शेठ ने कहा कि सोने में अब FOMO वाली खरीदारी नहीं हो रही है। सेट्रल बैंक 5-10 फीसदी होल्डिंग सोने में करना चाहते है। इस साल भी सेंट्रल बैंक 1000 टन सोना खरीद सकते हैं। इस साल 6000-7000 टन चांदी के इंपोर्ट की उम्मीद है।
उन्होंने आगे कहा कि अब दाम गिरने पर लोग अभी और गिरावट का इंतजार कर रहे हैं। बाजार अब उछाल के लिए नए ट्रिगर्स का इंतजार कर रहा है। शादियों की खरीद कुल खरीद का 50 फीसदी से ज्यादा बना रहेगा। हालांकि ज्वेलर्स में इन्वेंटरी को लेकर चिंतित है। उन्होंने आगे कहा कि सोने के हल्के गहनों की मांग घटी है।
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