29 सितंबर को देश में सोने और चांदी ने वायदा कारोबार में नए पीक को छुआ। फेस्टिव डिमांड, ग्लोबल मार्केट से मजबूत संकेत, घरेलू शेयर बाजारों की निराशा, अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में और कटौती और कमजोर डॉलर ने सोने और चांदी में खरीद बढ़ाई। सबसे पहले बात करें सोने की तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर में डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट का भाव चढ़कर 1,15,939 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा। अक्टूबर में डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट का भाव 1,14,992 रुपये प्रति 10 ग्राम के पीक पर पहुंच गया।
वहीं चांदी के मामले में दिसंबर में डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत उछलकर 1,44,179 रुपये प्रति किलोग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई। इसी तरह, अगले साल मार्च में डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमत बढ़कर 1,45,817 रुपये प्रति किलोग्राम के ऑल टाइम हाई को छू गई।
वैश्विक स्तर पर सोने का वायदा भाव करीब 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,837.72 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड पर रहा। चांदी की वायदा कीमत 1 प्रतिशत से अधिक तेजी के साथ 47.39 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर को छू गई।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, एंजेल वन के प्रथमेश माल्या का कहना है कि सोने की कीमतों में पिछले कुछ समय से तेजी है। इस तेजी में कोई कमी नहीं दिख रही है और निवेशक इस बात को लेकर सोच में हैं कि इन ऊंचे स्तरों पर निवेश करें या अब मुनाफा बटोरें।
आगे कैसी रहेगी गोल्ड की चाल
इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार रहने की उम्मीद है। हालांकि महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक संकेतकों के आने के बीच मुनाफावसूली भी देखने को मिल सकती है। एनालिस्ट्स का कहना है कि आर्थिक मोर्चे पर मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज पीएमआई के आंकड़ों, सितंबर माह के लिए अमेरिका के रोजगार आंकड़ों जैसे फैक्टर्स पर नजर रहेगी।
PTI के मुताबिक] जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज में जिंस और करेंसी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट प्रणव मेर का कहना है, ''हमें उम्मीद है कि सोना और चांदी में मौजूदा पॉजिटिविटी जारी रहेगी। हालांकि, सप्ताह के अंत में कुछ मुनाफावसूली से इनकार नहीं किया जा सकता। सोने की कीमतें बीते सप्ताह के अंत में 3 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ बंद हुईं।''
स्मॉलकेस के इनवेस्टमेंट मैनेजर पंकज सिंह के मुताबिक, बाजार का रुख थोड़ा पॉजिटिव बना हुआ है। दिवाली से पहले त्योहारी मांग बढ़ रही है और शुक्रवार की रोजगार रिपोर्ट तक कोई बड़ा अमेरिकी डेटा नहीं आने वाला है। इसलिए सोने में मजबूती बरकरार रहने के सारे कारण मौजूद हैं।''अल्फा मनी के मैनेजिंग पार्टनर ज्योति प्रकाश का कहना है कि कमजोर डॉलर भी सोने के लिए सहायक बना हुआ है।
शुक्रवार, 26 सितंबर को दिल्ली के सराफा बाजार में चांदी की कीमतें 1,900 रुपये बढ़कर 1,41,900 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गईं। वहीं 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 330 रुपये बढ़कर 1,17,700 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। 29 सितंबर को वायदा कारोबार में सोने और चांदी के नया रिकॉर्ड बनाने के बाद सराफा बाजार में भी कीमतें कारोबार खत्म होने पर नए पीक पर दर्ज होने की उम्मीद है।