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Gold Price Today: भारत में पहली बार सोना 1.06 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा, क्या अब भी किया जा सकता है निवेश

Gold Price Today: राजेश रोकड़े ने कहा कि इस साल 1.20 लाख पर सोना पहुंच सकता है। सोना आने वाले दिनों में नया शिखर बनाता रहेगा। रेट कट की उम्मीद, टैरिफ, ग्लोबल अनिश्चितता और त्योहारों के चलते सोने में निवेश बढ़ रहे हैं। साल दर साल गोल्ड का इंपोर्ट बढ़ रहा है

अपडेटेड Sep 02, 2025 पर 12:33 PM
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24 कैरेट की दर अब तक का उच्चतम स्तर है, जिससे घरेलू बाजार में तेजी लगातार आठवें सत्र तक जारी है।

Gold Price Today:  भारत में सोने की कीमतें मंगलवार 2 सितंबर को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। गुडरिटर्न्स के अनुसार भारत में 24 कैरेट सोने का कारोबार ₹1.06 लाख प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट का कारोबार ₹97,250 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट का कारोबार ₹79,570 प्रति 10 ग्राम पर हुआ।

24 कैरेट की दर अब तक का उच्चतम स्तर है, जिससे घरेलू बाजार में तेजी लगातार आठवें सत्र तक जारी है। यह उछाल वैश्विक बाजारों में ऐतिहासिक उछाल के बाद आया है, जहां हाजिर सोना पहली बार 3,500 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गया।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार शुरुआती कारोबार में कीमतें 3,496 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार करने से पहले 3,508.50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गईं, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 1.4% बढ़कर 3,565.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।


बाजार जानकारों का मानना है कि इस तेजी को कमज़ोर अमेरिकी डॉलर, सितंबर में फ़ेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों और केंद्रीय बैंक की निरंतर खरीदारी से जोड़ रहे हैं। जियोपॉलिटिकल अनसर्टेनिटी के बीच सुरक्षित निवेश की मांग और ईटीएफ में लगातार निवेश के कारण भी सोने की कीमतों में तेज़ी बनी हुई है।

कहां तक जाएंगा सोने के भाव

मेहता इक्विटीज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी) राहुल कलंत्री ने कहा, "सोने और चांदी की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, जिसका मुख्य कारण फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की बढ़ती उम्मीदें और भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि है।"उन्होंने कहा कि भारत में सोने को 1.04 लाख-1.03 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर सपोर्ट और 1.05 लाख-1.06 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर रजिस्टेंस है।

एस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी के सीईओ दर्शन देसाई ने कहा, "कीमती धातु ईटीएफ में लगातार निवेश और केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीदारी किसी भी बड़ी गिरावट को रोकने में मदद कर रही है। गौरतलब है कि तीन दशकों में पहली बार केंद्रीय बैंकों के पास अब अमेरिकी ट्रेजरी से ज़्यादा सोना है।"घरेलू मांग भी कीमतों में उतार-चढ़ाव को कम करने में भूमिका निभाएगी।

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मोहित कंबोज ने कहा, "इस त्योहारी सीज़न के दौरान, भारत में मौसमी खरीदारी और शादी-ब्याह से जुड़ी माँग गिरावट को सीमित कर देगी।"

निवेशक अब शुक्रवार (5 सितंबर) को आने वाले अमेरिकी गैर-कृषि वेतन आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जो इस महीने के अंत में फेड के नीतिगत फैसले को आकार दे सकते हैं।

रोकड़े ज्वेलर्स के एमडी राजेश रोकड़े ने कहा कि इस साल 1.20 लाख पर सोना पहुंच सकता है। सोना आने वाले दिनों में नया शिखर बनाता रहेगा। रेट कट की उम्मीद, टैरिफ, ग्लोबल अनिश्चितता और त्योहारों के चलते सोने में निवेश बढ़ रहे हैं। साल दर साल गोल्ड का इंपोर्ट बढ़ रहा है। पिछले साल 812 टन गोल्ड का इंपोर्ट हुआ था। इस साल कॉमेक्स सिल्वर 49 डॉलर को पार कर सकता है।

(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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