सोना 1 लाख की दहलीज पर पहुंचा है। MCX पर जून वायदा रिकॉर्ड 99000 रुपए के पार निकला है। COMEX पर भी भाव 3500 डॉलर के पार निकला है। US में स्पॉट भाव भी $3500 के करीब पहुंचा है। सिर्फ अप्रैल में अब तक सोने के भाव 10% चढ़े हैं। 2025 में अब तक इसमें 33 फीसदी की तेजी देखने को मिली। डॉलर इंडेक्स में गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितता से गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
बता दें कि 2021 में सोने का भाव 51,875 रुपये प्रति 10 ग्राम था। 4 साल में सोने के दाम दो गुने हुए। अप्रैल में 9 बार सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे है।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि लोग दरों में कटौती की मांग कर रहे हैं। ब्याज दरों में तुरंत कटौती की जरूरत है। दरें नहीं घटी तो अर्थव्यवस्था में मंदी आएगी। ट्रंप ने पॉवेल पर निशाना साधते हुए कहा कि फेड चीफ एक हारे हुए व्यक्ति हैं। उन्होंने सिर्फ बाइडेन की मदद के लिए दरों में कटौती की थी। बताते चलें कि 6-7 मई को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है। यहीं वजह है कि सोने की तेजी ने रफ्तार पकड़ी रखी है।
ट्रंप के लिए पॉवेल को हटाना संभव नहीं है। कानूनी जानकारों के मुताबिक ऐसा संभव नहीं है। व्हाइट हाउस ने कहा कि पॉवेल को हटाने के तरीके ढूंढ रहे हैं। डॉनल्ड ट्रंप की केविन वॉर्श के साथ चर्चा हुई। केविन को फिर से फेड प्रमुख बनाने पर चर्चा हुई। बता दें कि केविन वॉर्श अमेरिकी फेड के पूर्व प्रमुख हैं।
GJC के चेयरमैन राजेश रोकड़े का कहना है कि पॉवेल पर ट्रंप के बयान से सोने की कीमतों में तेजी आई है। वहीं डॉलर की कमजोरी से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। ग्लोबल सेंट्रल बैंक भी जमकर सोने की खरीदारी कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लोग मान चुके हैं की सोना ₹1 लाख के पार जाएगा। सोने के दाम अचानक बढ़ने पर रिटेल बिक्री रुक जाती है। हालांकि इस बार अक्षय तृतीया पर बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि सोने में गिरावट आएगी लेकिन ज्यादा समय के लिए नहीं होगी।
ग्रीनबैक एडवाइजरी के डायरेक्टर सुब्रमण्यम शर्मा का कहना है कि डॉलर के कमजोर होने से रुपए समेत सभी करेंसियों में तेजी आई है। रुपए की मजबूती से भारत को फायदा हो रहा है। डॉलर में आगे भी कमजोरी जारी रहने की उम्मीद है। रुपया का आउटलुक काफी मजबूत बना हुआ है
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।