गोल्ड में 25 सितंबर को गिरावट देखने को मिली। यह 125 रुपये गिरकर 1.12 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। अमेरिका में इनफ्लेशन का डेटा आने से पहले ट्रेडर्स सावधानी बरत रहे हैं। इसका असर गोल्ड की कीमतों पर पड़ा है। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड का अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट का प्राइस 0.11 फीसदी नीचे था, जबकि टर्नओवर 6,314 लॉट था। दिसंबर फ्यूचर्स 147 रुपये गिरकर 1.13 लाख प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था। इसमें टर्नओवर 11,823 लॉट्स का था।
इस साल अमेरिका में इंटरेस्ट रेट दो बार घटने की उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय बाजार में Gold का भाव करीब 3,768 डॉलर प्रति औंस था। एनालिस्ट्स का कहना है कि इस साल अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स में दो बार घटने की उम्मीद है। इससे डॉलर पर दबाव है, जबकि सोने को सपोर्ट मिलता दिख रहा है। रिलायंस सिक्योरिटीज में सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिकी इकोनॉमी से जुड़े डेटा ने स्थिति जटिल कर दी है। अगस्त में नए घरों की बिक्री में अनुमान से ज्यादा उछाल है। इससे मंदी का डर कम हुआ है। लेकिन, फेड के आगे इंटरेस्ट रेट्स में कमी करने के फैसलों पर इसका असर पड़ सकता है।"
फेडरल रिजर्व ने सावधानी बरतने का संकेत दिया है
उन्होंने कहा कि सुरक्षित निवेश के लिए सोने की मांग अब भी बनी हुई है। इसकी वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन है। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई थमती नहीं दिख रही है। उधर, मध्यपूर्व में भी टेंशन बना हुआ है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने हाल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सावधानी बरतने के संकेत दिए। कुछ पॉलिसीमेकर्स का मानना है कि इस साल इंटरेस्ट रेट में और बार कमी हो सकती है। कुछ एनालिस्ट्स की राय अलग है। उनका मानना है कि फेड सावधानी बरत सकता है। ऐस में गोल्ड की कीमतों में तेजी सीमित रहेगीा।
ट्रेडर्स की नजरें अमेरिकी इकोनॉमी के डेटा पर
इनवेस्टर्स की नजरें अमेरिकी इकोनॉमी से जुड़े अहम डेटा पर है। इनमें दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ, वीकली जॉबलेस क्लेम, ड्यूरेबल गुड्स ऑर्डर्स जैसे डेटा शामिल हैं। 26 सितंबर को पर्सनल कंजम्प्शन एक्सपेंडिचर (पीसीई) प्राइस इंडेक्स आएगा। फेडरल रिजर्व इनफ्लेशन की स्थिति जानने के लिए इस इंडेक्स का इस्तेमाल करता है। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) के मेंबर्स के स्टेटमेंट का असर भी बाजार की दिशा पर पड़ेगा।
सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड की डिमांड जारी रहने की उम्मीद
मेहता इक्विटीज में वीपी (कमोडिटीज) राहुल कलांतरी ने कहा कि गोल्ड के लिए 1.116-1.113 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर सपोर्ट है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉलर में कमजोरी, केंद्रीय बैंकों की तरफ से डॉलर की लगातार खरीदारी, ईटीएफ में ज्यादा निवेश और सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड की डिमांड की वजह से इसकी कीमतों में तेजी जारी रहने के आसार हैं। हालांकि, शॉर्ट टर्म में गोल्ड की कीमतों पर अमेरिकी इकोनॉमी से जुड़े आने वाले डेटा का असर पड़ सकता है।