Gold Price: सोने की कीमतों में सोमवार 22 सितंबर को तेजी देखने को मिली। MCX पर सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर नजर आ रहा है। MCX पर सोने में 850 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी के साथ 1.11 लाख रुपये के पार निकला है। जबकि MCX पर चांदी में करीब 2,500 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी दिखा रहा है। दरअसल, निवेशकों की खरीदारी और ग्लोबल मार्केट में मजबूती से घरेलू बाजार में कीमती धातुओं को बड़ा सहारा मिला है। एमसीएक्स पर शुरुआती कारोबार में सोने का भाव 0.68% बढ़कर 1,10,597 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि वायदा बाजार में चांदी 1.72% बढ़कर 1,32,070 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना 0.2% बढ़कर 3,691.53 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि अमेरिकी दिसंबर सोना वायदा 0.6% बढ़कर 3,727.40 डॉलर प्रति औंस हो गया। इससे पहले सोना 3,707.40 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू चुका था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की रेट कट उम्मीदों और डॉलर इंडेक्स में कमजोरी से सोने को मजबूत सपोर्ट मिला है। घरेलू स्तर पर त्योहारी और शादी के सीजन की मांग भी इस तेजी को और बढ़ा रही है।
बाजार अब इस सप्ताह कम से कम एक दर्जन फेड अधिकारियों के भाषणों की श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिनमें अध्यक्ष जेरोम पॉवेल, और आगामी अमेरिकी कोर व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) डेटा, केंद्रीय बैंक का पसंदीदा मुद्रास्फीति गेज शामिल है।
सोने में तेजी का क्या है ट्रिगर और आगे कहां तक जाएगी कीमत
World Gold Council के CEO (इंडिया)सचिन जैन ने कहा कि सोने की कीमतों में लगातार तेजी जारी है। 2025 में सोने ने अब तक 42 फीसदी की तेजी आई है। सोने की कीमतों में तेजी के बाद भी मांग कम नहीं हुई है। रुपये में गिरावट से सोने को सहारा मिल रहा है। पहले कभी पितृ पक्ष पर खरीदारी देखने को नहीं मिलती थी। लोगों को ये डर था कि दीवाली पर सोना और महंगा हो जाएगा। लेकिन इस बार पितृ पक्ष पर खरीदारी देखने को मिली है।
उन्होंने आगे कहा कि सोने की कीमतों में ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं है। सोने ने हर साल बतौर एसेट क्लास शानदार प्रदर्शन किया है।
सचिन जैन ने कहा पीएफ का निवेश सोने में भी होने की उम्मीद है। सरकार पीएफ को सोने में निवेश को मंजूरी दे सकती है। आरबीआई की खरीदारी पिछले कुछ समय से कम देखने को मिल रही है। सोने ने हर साल बतौर एसेट क्लास शानदार प्रदर्शन किया है। कीमतों में तेजी के साथ लोगों का रुझान सोने में बढ़ रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि गोल़्ड डिजिटाइजेशन पर भी काफी तेजी से काम कर रहे हैं। हॉलमार्किंग के कारण लोगों का सोने पर भरोसा बढ़ा है। सोने की तेजी के बाद भी 22 कैरेट की मांग मजबूत है। सोने की रीसाइक्लिंग पिछले साल से 40 फीसदी तक बढ़ी है।
हाल ही में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के तिमाही पूर्वानुमान में कहा था कि मजबूत औद्योगिक मांग, सुरक्षित निवेश और कमजोर डॉलर के कारण अगले 12 महीनों में चांदी की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। ब्रोकरेज ने कहा कि एमसीएक्स पर चांदी ने इस साल अब तक लगभग 37% रिटर्न दिया है, जो कई अन्य परिसंपत्ति वर्गों से बेहतर है। वैश्विक स्तर पर, ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कॉमेक्स चांदी वायदा शुरुआत में 45 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा और तेजी के अगले चरण में 50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा।