Gold- Sliver Price: सोने-चांदी की कीमतें नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। घरेलू खपत और फेस्टिव सीजन के साथ ही ग्लोबल अनिश्चितता सोने-चांदी में तेजी की वजह बनी। दुनिया भर से सेंट्रल बैंक सोना खरीद रहे हैं। सोने में निवेश को सुरक्षित और सेफ हेवन निवेश माना जाता है। वहीं ज्वेलरी के साथ ही कई दूसरे इंडस्ट्री में चांदी की जोरदार डिमांड है और यही वजह है कि सोने-चांदी में रौनक अपने चरम पर है। ऐसे में आपको सोने-चांदी में निवेश के पहले क्या बनानी चाहिए रणनीति? आइए देखते है क्या कहते है बाजार जानकार।
Prithvi Finmart के डायरेक्टर मनोज कुमार जैन ने कहा कि ग्लोबल अनिश्चितता के कारण सेफ हेवन बाईंग ज्यादा देखने को मिल रही है। यहीं कारण है कि सोने-चांदी की कीमतों में मजबूती देखने को मिल रही है। भारतीय बाजारों के संदर्भ में देखें तो रुपये में कमजोरी भी बढ़ा कारण बनकर उभरा है। फेड रेट कट को लेकर आती स्पष्टता भी सोने की तेजी को सपोर्ट कर रहे है। हालांकि फंडामेटल लिहाज से देखें तो जब तक जियोपॉलिटिकल तनाव और यूएस टैरिफ को लेकर जब तक अनिश्चितता कम नहीं होती तब तक सभी फैक्टर्स सोने के लिए सपोर्टिंग बने रहेंगे। लिहाजा सोने में अभी शॉर्टिंग की सलाह नहीं होगी। सोने में तेजी का यह मोमेंटम आने वाले समय में बरकरार रह सकता है।
Kedia Advisory के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि रुपये में गिरावट से सोने-चांदी की कीमतों को सपोर्ट मिला। यूएस और भारत के बीच टैरिफ को लेकर बढ़ा तनाव और रशिया पर सेकेंडरी टैरिफ में भी भारत चपेट में आया। यहीं कारण है कि एकाएक रुपये में भारी गिरावट आई। रुपया 88.50 का स्तर दिखा सकता है। सोने में अब थोड़ा सर्तक रहने की जरुरत है। जब तक इंटरनेशनल बाजार से नए संकेत नहीं मिलते तब तक सोने में सर्तक नजरिया बनाकर चलें।
Commodity Samachar Securities अंकित कपूर का कहना है कि रुपये ने 88 के स्तर से ब्रेकआउट दिया है। आने वाले समय में रुपया 90-91 का स्तर दिखा सकता है, जो भारतीय गोल्ड मार्केट को काफी इंपेक्ट करेगा। आने वाले समय में रुपये में कमजोरी के कारण सोने की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना है। सोने में 3420 डॉलर प्रति औंस का रजिस्टेंस बना हुआ है अगर वीकली क्लोजिंग पर ब्रेक करता है तो 3600-3700डॉलर प्रति औंस का भी स्तर दिखा सकता है। गोल्ड 3420 डॉलर प्रति औंस के ऊपर के स्तर को पार करता है तो इसमें खरीदारी कर सकते है। वहीं एमसीएक्स पर सोना 1.02 लाख रुपये पर सपोर्ट बना हुआ है। यहां खरीदारी की जा सकती है।
अंकित कपूर ने आगे कहा कि साल के अंत तक सोना 3600 डॉलर प्रति औंस का लेवल दिखा सकता है। क्योंकि जिस तरह से सोने के लिए ग्लोबल और घरेलू सेटीमेंट बने हुए उससे उम्मीद यहीं है कि सोने में आगे भी तेजी बनी रहेगी। सेंट्रल बैंकों की लगातार खरीदारी भी सोने की कीमतों को बढ़ाने में मदद करेगी।
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