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Petrol Diesel Price Today: 01 जुलाई को किस राज्य में कितना महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल? देखें पूरी लिस्ट

Petrol Diesel Price Today: 01 जुलाई के पेट्रोल और डीजल के नए दाम आ गए हैं। हर शहर में रेट अलग होते हैं क्योंकि टैक्स और तेल लाने का खर्च अलग-अलग होता है। दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में भी दाम बदले हैं। कच्चे तेल और डॉलर-रुपया की कीमत बदलने से रोज़ रेट बदलते हैं

अपडेटेड Jul 01, 2025 पर 8:12 AM
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Petrol diesel price today:केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स लगाती हैं। यही कारण है कि हर राज्य में कीमतें अलग-अलग होती हैं।

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज सुबह ठीक 6 बजे अपडेट की जाती हैं। ये बदलाव तेल कंपनियों द्वारा 'डेली प्राइस रिवीजन सिस्टम' के अंतर्गत किए जाते हैं। इसका मकसद यह है कि उपभोक्ताओं को हर दिन के अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल बाजार और अन्य आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार सबसे पारदर्शी और वास्तविक दरें मिल सकें। हालांकि पिछले कुछ महीनों से इन कीमतों में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है, फिर भी हर सुबह नई दरें घोषित की जाती हैं।

यह सिस्टम न सिर्फ वैश्विक कीमतों के अनुरूप उपभोक्ताओं को अपडेट करता है, बल्कि देश के हर हिस्से में ईंधन दरों को रोजाना के हिसाब से ट्रैक करने की सुविधा भी देता है। इसलिए ये जानना जरूरी हो जाता है कि आज आपके शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमत क्या है।

क्यों जानना जरूरी है आज का रेट?


30 जून को आपके शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत क्या है, ये जानना उपयोगी है क्योंकि अलग-अलग शहरों में टैक्स और अन्य कारणों से रेट्स में अंतर होता है। नीचे प्रमुख शहरों के ताजा रेट्स दिए गए हैं।

30 जून को प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट

नई दिल्ली: पेट्रोल ₹94.72 | डीजल ₹87.62

मुंबई: पेट्रोल ₹104.21 | डीजल ₹92.15

कोलकाता: पेट्रोल ₹103.94 | डीजल ₹90.76

चेन्नई: पेट्रोल ₹100.75 | डीजल ₹92.34

हैदराबाद: पेट्रोल ₹107.46 | डीजल ₹95.70

पटना: पेट्रोल ₹105.58 | डीजल ₹93.80

हर दिन क्यों बदलती हैं ईंधन की कीमतें?

पेट्रोल-डीजल की कीमतें सिर्फ कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर ही निर्भर नहीं करतीं, बल्कि कई घरेलू और वैश्विक कारक इन पर असर डालते हैं।

  1. कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें

भारत अपनी ज़रूरत का अधिकतर कच्चा तेल आयात करता है। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत बढ़ने पर इसका असर सीधे घरेलू रेट पर पड़ता है।

  1. डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति

तेल का लेनदेन डॉलर में होता है। अगर रुपया कमजोर होता है, तो भारत को ज्यादा भुगतान करना पड़ता है, जिससे ईंधन महंगा हो जाता है।

  1. सरकारी टैक्स का बड़ा असर

केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स लगाती हैं। यही कारण है कि हर राज्य में कीमतें अलग-अलग होती हैं।

  1. रिफाइनिंग और ट्रांसपोर्टेशन खर्च

कच्चे तेल को रिफाइन कर पेट्रोल-डीजल में बदला जाता है, जो खर्चीली प्रक्रिया है। यह भी कीमतों को प्रभावित करती है।

  1. डिमांड और सप्लाई का समीकरण

त्योहारों, छुट्टियों या गर्मियों में जब मांग बढ़ जाती है, तो सप्लाई कम होने पर कीमतें ऊपर चली जाती हैं।

SMS से कैसे जानें अपने शहर का ताजा रेट?

IOC (इंडियन ऑयल): RSP <स्पेस> शहर का कोड भेजें 9224992249 पर

BPCL (भारत पेट्रोलियम): “RSP” भेजें 9223112222 पर

HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम): “HP Price” भेजें 9222201122 पर

मई 2022 से रेट्स में स्थिरता

सरकार द्वारा मई 2022 में टैक्स कटौती किए जाने के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ज़्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया है। हालांकि वैश्विक बाजार में तेज़ी है, फिर भी कीमतों को स्थिर बनाए रखा गया है।

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