Rice Price: धान उगाने वाले किसानों को दोहरा झटका लगा है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चावल के दामों में गिरावट आई है। साथ ही, रिकॉर्ड उत्पादन के चलते देशों ने एक्सपोर्ट से पाबंदी हटा दी है। ना केवल भारत में बल्कि थाईलैंड और वियतनाम में भी धान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ।
सीएनबीसी-आवाज संवाददाता असीम मनचंदा ने इस खबर पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि वैश्विक बेंचमार्क, थाई 5 फीसदी टूटे सफेद चावल (Thai 5 percent Broken White Rice) का निर्यात मूल्य हाल के दिनों में 372.50 डॉलर प्रति टन तक गिर गया है, जो पिछले साल के अंत से 26 फीसदी की गिरावट और 2017 के बाद से सबसे निचला स्तर है।
इस साल भी धान की बंपर रोपाई देखने को मिली है। थाईलैंड और वियतनाम में भी धान का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। अमेरिका के टैरिफ के चलते निर्यात कम होगा। भारत करीब 30 लाख टन चावल का निर्यात अमेरिका को करता है।
बाजार जानकारों का कहना है कि पिछले साल के अंत में भारत की नीतिगत बदलाव, 2023-24 में रिकॉर्ड फसल के बाद, जिससे सरकारी भंडार बढ़ गया, कीमतों में भारी गिरावट का 'मुख्य कारण' था। थाईलैंड (Thailand) और वियतनाम (Vietnam) में मजबूत उत्पादन के अलावा है, जिसने इस मार्केटिंग वर्ष में वैश्विक चावल उत्पादन को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचाया है।
बता दें कि देश की मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) प्रणाली और राज्य की ओर से दिए जाने वाले बोनस की बदौलत, किसान हर मौसम में नए बीज भी खरीद रहे हैं, जिससे पैदावार बढ़ रही है और चावल का रकबा बढ़ रहा है। इससे किसानों को वैश्विक मूल्य उतार-चढ़ाव से बचाने में मदद मिलती है।