Rice Price: सरकार का चावल का स्टॉक रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंच गया है। वहीं अब तक खऱीफ की बुआई भी पिछले साल से 8% ज्यादा है। सितंबर में चावल का स्टॉक पिछले साल से 14% बढ़ा है। मजबूत खरीदारी से चावल का स्टॉक बढ़ा। 1 सितंबर तक 48.2 मिलियन टन का स्टॉक आया। रिकॉर्ड स्टॉक से एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद है। भारत की ग्लोबल एक्सपोर्ट में 40% हिस्सेदारी है।
12 सितंबर तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2024-25 के 12 सितंबर तक चावल की 430.06 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी जबकि साल 2025-26 के 12 सितंबर तक चावल की बुआई 438.51 लाख हेक्टेयर में हुई।
IREF के डॉ. प्रेम गर्ग ने कहा कि चावल का एक्सपोर्ट धीरे-धीरे बढ़ रहा है। पिछले साल 22 मिलियन टन का एक्सपोर्ट हुआ था। इस साल 30 मिलियन टन एक्सपोर्ट की उम्मीद है। साउथ अफ्रीका, फिलीपींस, चीन बासमती के नए बाजार, मांग बढ़ रही है। आंध्र प्रदेश के पोर्ट पर 41 जहाजों में चावल की लोडिंग हो रही है।
भारत की ग्लोबल एक्सपोर्ट में हिस्सेदारी बढ़ाकर 60 फीसदी करने का लक्ष्य है। देश का चावल का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। भारतीय बासमती चावल की मांग बढ़ रही है। अफ्रीका में 3.50 लाख टन बासमती चावल का एक्सपोर्ट हुआ है। अफ्रीका में बासमती का एक्सपोर्ट 1 मिलियन टन ले जाने का लक्ष्य है। फिलीपींस को भी भारत चावल एक्सपोर्ट कर रहा है। उम्मीद है कि फिलीपींस को भी भारत इस साल 2 लाख मिलियन टन चावल का एक्सपोर्ट कर सकता है।
प्रेम गर्ग ने आगे कहा कि अगर बासमती के दाम $900-1000/टन के बीच भी रहे तो भी अच्छी मांग रहेगी।