Rupee Vs Dollar: मजबूत घरेलू बाजारों और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के चलते बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे बढ़कर 88.21 (अनंतिम) पर बंद हुआ । विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि व्यापार समझौते को लेकर आशावाद और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से बाजार में तेजी आई और निवेशकों का उत्साह बढ़ा, जबकि आयातकों की डॉलर मांग ने तेज बढ़त को सीमित कर दिया।इसके अलावा अमेरिकी एफओएमसी बैठक के फैसले से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 88.21 पर खुला और बाद में दिन भर 88.15 से 88.35 के दायरे में कारोबार करता रहा। स्थानीय मुद्रा अंततः डॉलर के मुकाबले 88.21 (अनंतिम) पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से 8 पैसे की बढ़त दर्शाता है।
मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 88.29 पर बंद हुआ।
मिराए एसेट शेयरखान के मुद्रा एवं कमोडिटीज के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, "हमें उम्मीद है कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और कमजोर कच्चे तेल की कीमतों के कारण रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के चलते बाजार की सकारात्मक धारणा रुपये को और मजबूत कर सकती है।" चौधरी ने कहा कि USDINR की हाजिर कीमत 87.85 से 88.60 के बीच रहने की उम्मीद है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, "मैं भारत के साथ एक व्यापार समझौता कर रहा हूँ। हालांकि, आयातकों की ओर से महीने के अंत में डॉलर की माँग के कारण तीव्र लाभ पर अंकुश लग सकता है। अमेरिकी FOMC बैठक के फैसले से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। चौधरी ने कहा कि USDINR की हाजिर कीमत 87.85 से 88.60 के बीच रहने की उम्मीद है।
इस बीच, छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.21 प्रतिशत बढ़कर 98.87 पर पहुँच गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.22 प्रतिशत बढ़कर 65.54 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया।
घरेलू शेयर बाजारों में, सेंसेक्स 368.97 अंक चढ़कर 84,997.13 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 117.70 अंक बढ़कर 26,053.90 पर पहुँच गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 10,339.80 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।इस बीच मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र के मज़बूत प्रदर्शन, जीएसटी युक्तिकरण और त्योहारी मांग के कारण भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर इस साल सितंबर में 4 प्रतिशत पर स्थिर रही। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) द्वारा मापा गया कारखाना उत्पादन सितंबर 2024 में 3.2 प्रतिशत बढ़ा।