Spice Market in India: भारत का मसाला बाजार बढ़ने की उम्मीद है। 2033 तक 5.13 लाख करोड़ तक पहुंचेगा। 2024 में भारतीय मसाला बाजार का 2 लाख करोड़ रुपये का था। 2025 से 2033 तक CAGR 10.56% रहने की उम्मीद है। बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा मसालों का उत्पादक और निर्यातक है। ग्लोबल प्रोडक्शन में 40% से अधिक योगदान भारत का है।
2023-24 में भारत ने रिकॉर्ड $ 4.46 बिलियन का निर्यात किया। मसाले निर्यात में मिर्च, हल्दी, और जीरा का भागीदारी ज्यादा है। मसालों के सेवन से स्वास्थ्य पर बेहतर असर के लोगों में जागरूकता है। हल्दी, अदरक और दालचीनी जैसे मसालों की डिमांड बढ़ी है।
मसाला इंडस्ट्री को सरकारी समर्थन भी मिला है। भंडारण और प्रसंस्करण सुविधाओं के लिए सब्सिडी का समर्थन भी मिलता है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना प्रमुख मासालों का उत्पादक राज्य है। कर्नाटक, महाराष्ट्र, असम, ओडिशा, यूपी, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल प्रमुख मासालों का उत्पादक राज्य है।
श़ॉर्ट टर्म में हल्दी में 15 फीसदी का उछाल संभव
प्रीति एंटरप्राइजेज प्रोप्राइटर,शुभम झावर का कहना है कि हल्दी पर थोड़ा दबाव बना हुआ है। मराठावाड़ से आवक होने पर कीमतों में कमी संभव है। अभी हल्दी में बॉटम लेवल बना हुआ है। ट्रेड वार को लेकर एक्सपोर्ट थोड़ा रुक हुआ है। बकरीईद के बाद बांग्लादेश भी अपना डिमांड लेना शुरु कर देगा। मौजूदा स्तर से श़ॉर्ट टर्म हल्दी में 15 फीसदी का उछाल आ सकता है। क्योंकि ईरान में हल्दी का काम अच्छा हुआ है।
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